पाकिस्तानी सैनिकों की हैवानियत, 51 साल के BSF जवान को तड़पा के मार डाला, निकाली आंखें
जम्मू के सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में शहीद हुए बीएसएफ जवान नरेंद्र सिंह का शव जब भारतीय सेना के जवानों को मिला तो उसे देख उनके रौंगटे खड़े हो गए. 51 वर्षीय नरेंद्र सिंह को पाकिस्तानी सैनिकों ने अगवा कर कई घंटे तड़पाया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी सैनिकों ने नरेंद्र सिंह की हत्या कर बर्बरता की सारी हदें पार कर दी. पाक सैनिकों ने नरेंद्र सिंह का पहले गला रेता. शरीर पर करंट लगाए. एक टांग भी काट दी, लेकिन इसके बाद भी जब उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने नरेंद्र सिंह की आंख निकाल ली. पता यह भी लगा है कि नरेंद्र सिंह के शव को पाक सैनिकों ने यातनाएं देने के बाद कई गोलियां भी मारी. उनका शव करीब नौ घंटे बाद जब भारतीय सेना के हाथ लगा तो बीएसएफ ने उसे अस्पताल नहीं भिजवाया.
बुधवार को गुपचुप तरीके से पोस्टमार्टम करवाकर शव घर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी. बीएसएफ का कोई अधिकारी घटना पर सामने आकर नहीं बोल रहा. इस घटना के बाद भारत-पाक बॉर्डर व एलओसी पर हाई अलर्ट जारी किया गया है. बीएसएफ के आईजी भी सीमा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे हैं.
शहीद नरेन्द्र सिंह के बेटे मोहित का कहना है कि, “सरकार यह नहीं बता पा रही है कि मेरे पिता की मौत कैसे हुई. यहां तक की सेना के अफसर भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं. हम सीजीओ कॉम्पलेक्स गए वहां भी कुछ सामने नहीं आया.”
उधर, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने शहीद नरेंद्र सिंह की हत्या पर कहा कि, “पाक ऐसे बर्बरता पहले भी करता आया है. वह सीधी जंग में भारत को हरा नहीं सकता. इसलिए जवानों को मारकर हमें कमजोर करने की उसकी कोशिश है.”