नई दिल्ली (एजेंसी) : पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुये भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि हर फायर, हर गोली का जवाब बम से दिया जाएगा। यही एक मात्र समाधान है। गोरखपुर उपचुनाव में सपा और बसपा के बीच अंतिम समय में हुए गठबंधन की वजह से पार्टी के उम्मीदवार की हार हुई, उन्होंने ने एक टेलीविजन के दिए साक्षात्कार में कहा कि हार के कारणों का विश्लेषण करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया भी भारतीय जनता पार्टी के साथ अन्याय करती है, गोरखपुर और फूलपुर के चुनाव परिणामों को प्रमुखता दे रहा है। कांग्रेस ने पार्लियामेंट कांप्लेक्स में मिठाइयां भी वितरित की, लेकिन कोई भी उन 11 राज्यों के बारे में बात नहीं कर रहा, जो हमने उनसे छीन लिए। कोई भी त्रिपुरा के बारे में बात नहीं कर रहा। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि उपचुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं, लेकिन आम चुनावों में वरिष्ठ नेता और बड़े मुद्दे शामिल होते हैं। उपचुनावों में हार के लिए अतिआत्मविश्वास को कारण बताने संबंधी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा, उन्हें नहीं पता कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का संदर्भ क्या था।
भाजपा अध्यक्ष शाह ने कहा कि 2014 में 11 पार्टियों ने भाजपा से हाथ मिलाया था। उनमें से सिर्फ एक ही साथ छोड़कर गई है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एकजुट बना रहेगा। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के बारे में उन्होंने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री सिद्दरमैया वहां सरकार चला रहे हैं, भाजपा वहां अवश्य जीत हासिल करेगी। 2019 में सपा-बसपा के संभावित गठजोड़ से क्या भाजपा का चुनावी गणित गड़बड़ा सकता है? इस पर उन्होंने कहा कि यह बहुत आसान नहीं है। पार्टी अगले लोकसभा चुनावों में 50 प्रतिशत मत हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है।