टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक पाक जेआईटी ने खुद ही एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) को इस बात की पुष्टि की थी कि पठानकोट हमले में मारे गए आतंकियों में से दो के माता-पिता ने पाकिस्तान में उनके गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जेआईटी ने बताया था कि यह रिपोर्ट पठानकोट हमले से काफी पहले दर्ज कराई गई थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया को इसकी पुष्टि सरकारी सूत्रों द्वारा की गई है। सूत्रों ने बताया कि जेआईटी के अनुसार पाकिस्तान पुलिस स्टेशन में जो आतंकियों के माता पिता ने उनके लापता होने की रिपोर्ट लिखवाई है। लापता होने से पहले आतंकियों ने अपने घरवालों को कुछ नहीं बताया था, जिसके चलते घरवालों ने लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई।
आपको बता दें कि पाक जेआईटी उन सभी भारतीय सेना के कमांडो, एयरफोर्स और नेशनल सिक्योरिटी गार्डों से पूछताछ करना चाहती थी, जिन्होंने पठानकोट हमले में आतंकियों को मार गिराया था। हालांकि, इसके लिए भारतीय अधिकारियों ने अपनी सहमति नहीं दी। एनआईए ने जेआईटी को पंजाब के मुर्दाघर में मौजूद चारों आतंकियों के शव देखने को भी कहा, लेकिन जेआईटी शव देखने से मना कर दिया।