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पाकिस्तान-पंजाब सीमा की तरह कश्मीर-पाकिस्तान सीमा को भी खोल देना चाहिए: महबूबा मुफ्ती

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान-पंजाब सीमा की तरह कश्मीर-पाकिस्तान सीमा को भी खोल देना चाहिए। महबूबा ने कहा कि पीएम मोदी पर हमने विश्वास दिखाते हुए सत्ता में गठबंधन किया था, लेकिन उन्होंने चर्चा का रास्ता नहीं अपनाया।

  • महबूबा मुफ्ती का बयान, पंजाब जैसे पाक से खुले कश्मीर की सीमा
  • कहा- पाकिस्तान से चर्चा के बगैर कश्मीर विवाद का समाधान मुश्किल
  • महबूबा बोलीं, पीएम पर विश्वास दिखाकर किया था सत्ता का गठबंधन
  • महबूबा ने पीएम मोदी पर चर्चा का रास्ता नहीं अपनाने का लगाया आरोप

मुंबई: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि पाकिस्तान आने-जाने के लिए जिस तरह से पंजाब की सीमा खोली गई है, ठीक उसी तरह से कश्मीर की सीमा भी खोली जाए। उन्होंने कहा कि जब हम पाकिस्तान का नाम लेते हैं तो हमें भारत विरोधी बताया जाता है, लेकिन यह सच्चाई है कि बिना पाकिस्तान से चर्चा के बिना कश्मीर समस्या का समाधान निकालना कठिन है। मुंबई में ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की तरफ से आयोजित ‘द वे फॉरवर्ड’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि दिवंगत बीजेपी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 2002 में बातचीत शुरू की थी, लेकिन वह बातचीत किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। साल 2014 में केंद्र में बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने बड़ी उम्मीद थी कि कश्मीर समस्या का हल निकलेगा।

दूसरे राज्यों सा नहीं कश्मीर
उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमने विश्वास दिखाते हुए सत्ता में गठबंधन किया था, लेकिन मोदी ने चर्चा का रास्ता नहीं अपनाया।’ उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की तुलना देश के अन्य राज्यों से नहीं की जा सकती। कश्मीर की समस्या अलग है। मुस्लिम बहुल राज्य होने के कारण पड़ोसी देश से वहां कट्टरवाद को खाद-पानी देने का काम किया जाता है। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने चर्चा के लिए सकारात्मक भूमिका अपनाई है और इसे लेकर अपने देश को भी विचार करना चाहिए। महबूबा ने कहा कि कश्मीर समस्या के हल के लिए दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के देशों को पहल करते हुए कश्मीर की वजह से भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव को दूर करना चाहिए। साथ ही दक्षिण एशिया को जोड़ने वाला मार्ग कश्मीर के बीच से होकर गुजरना चाहिए। इससे इलाके में रोजगार उपलब्ध होने में सुविधा होगी।

कश्मीरी पंडित के घर वापसी का प्रयास
पूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती ने कहा कि पीडीपी हर संभव प्रयास किया कि कश्मीरी पंडित एक बार फिर से कश्मीर लौट आएं। उनका कश्मीर छोड़ना कश्मीर के हित में नहीं है, बल्कि उनके जाने से कश्मीरी जनता को नुकसान हुआ है। कश्मीर की शिक्षा, संस्कृति और कुटीर उद्योग में पंडितों का योगदान बहुत बड़ा योगदान रहा है।

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