पाक ने हाफिद सईद के जेयूडी सहित अन्य आतंकी समूहों पर लगाएगा प्रतिबंध
पाकिस्तान, मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिद सईद के नेतृत्व वाले जमात – उद दावा (जेयूडी ) एवं गृह मंत्रालय की निगरानी सूची में शामिल अन्य आतंकवादी समूहों तथा व्यक्तियों पर स्थायी प्रतिबंध लगाने के लिये एक मसौदा विधेयक पर कार्य कर रहा है. इस कदम को शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान का समर्थन प्राप्त है. ‘डॉन’ की रविवार (8 अप्रैल) की रिपोर्ट के अनुसार यह विधेयक राष्ट्रपति के उस अध्यादेश का स्थान लेगा जिसमें गृह मंत्रालय की निगरानी सूची में पहले से ही शामिल संगठनों एवं व्यक्तियों को प्रतिबंधित किया गया है.
कानून मंत्रालय में अपने सूत्रों का हवाला देते हुए अखबार ने रिपोर्ट में बताया कि आतंकवाद निरोधक अधिनियम (एटीए), 1997 में संशोधन के लिये प्रस्तावित मसौदा विधेयक सोमवार (9 अप्रैल) से शुरू हो रहे नेशनल असेंबली के सत्र में पेश किये जाने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि प्रस्तावित मसौदा बिल की समीक्षा के उद्देश्य से कानून मंत्रालय इस प्रक्रिया में शामिल था. उन्होंने बताया कि सैन्य प्रतिष्ठान भी इसमें शामिल थे. पाकिस्तान में नीतिगत फैसलों में देश के शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान का प्रभाव रहता है.
फरवरी में पाकिस्तान को धनशोधन एवं आतंकवादियों के वित्तपोषण की अंतरराष्ट्रीय निगरानी सूची में रखने के अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस एवं जर्मनी द्वारा संयुक्त प्रस्ताव को फायनेन्शियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) से मंजूरी मिलने के बाद, नुकसान की भरपाई के तौर पर पाकिस्तान की सरकार ने अपने क्षतिपूर्ति अभियान के तहत एटीए में संशोधन के लिये मसौदा विधेयक तैयार करने का फैसला किया था.
आतंकवादी सूची में लश्कर-ए-तैयबा मोर्चा व मिल्ली मुस्लिम लीग भी
गौरतलब है कि अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) पर शिकंजा कसने के लिए उसकी राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) और सात नेताओं के साथ ही एक अन्य मोर्चे के संगठन को आतंकवादी समूहों की सूची में शामिल कर लिया. अमेरिका के विदेश व राजस्व विभागों ने बीते (2 अप्रैल) को घोषणा कर कहा कि एमएमएल जो एलटीई प्रमुख हाफिज सईद के पोस्टर के साथ खुले तौर पर अभियान चलाता है, को दो विभिन्न कानून के तहत विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) में सूचीबद्ध किया है.
तहरीक-ए-आजादी-ए-कश्मीर भी आतंकी सूची में
विदेश विभाग ने कहा कि दूसरा एलईटी मोर्चा तहरीक-ए-आजादी-ए-कश्मीर (टीएजेके) को भी आतंकवादी की सूची में शामिल किया गया है. राजस्व विभाग ने कहा कि एमएमएल अध्यक्ष सैफुल्लाह खालिद, महासचिव फय्याज अहमद और पांच अन्य को भी लक्षित किया गया है. विदेश विभाग के अनुसार, “एलईटी का पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से काम करना जारी है. वह सार्वजनिक रैलियों का आयोजन करता है. धन जुटाता है और आतंकवादी हमलों के लिए साजिश रचता है व उसका प्रशिक्षण देता है.” विभाग के आतंकवाद विरोधी समन्वयक नैथन ए. सालेस ने वॉशिंगटन में कहा, “कोई गलती न करें. एलटी चाहे खुद को जिस किसी नाम से बुलाए, वह एक हिंसक आतंकवादी समूह बना हुआ है.”