पाक में 500 आतंकियों को फांसी पर लटकाने की तैयारी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में करीब 500 आतंकियों को जल्द ही फांसी देने की तैयारी चल रही है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पेशावर के आर्मी स्कूल पर तालिबान के हमले में 133 बच्चों समेत 149 लोगों के मारे जाने के बाद सरकार ने फांसी की सजा पर घोषित पांबदी आतंकी मामलों से हटा ली है। बीते शुक्रवार तक छह आतंकियों को फांसी दी जा चुकी है। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, गृह मंत्रालय 500 दोषियों के मामले निपटा चुका है। इन आतंकियों की दया याचिकाएं राष्ट्रपति मनमून हुसैन ठुकरा चुके हैं। इससे गृह मंत्रालय से इन आतंकियों को मौत का वारंट जारी करने का रास्ता साफ हो गया है। अब आने वाले सप्ताहों में इनको फांसी दे दी जाएगी। इस क्रम में पहले करीब 55 आतंकियों को फांसी दी जाएगी। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की पूरे देश में तैनाती की गई है। जेलों और हवाई अड्डों को रेड अलर्ट पर रखा गया है। सरकार ने ये एहतियाती उपाय आतंकियों की फांसी के दौरान किसी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए किए हैं। तालिबान ने धमकी भी दी है कि यदि सरकार आतंकियों को मारना बंद नहीं करेगी तो वह और बच्चों को निशाना बनाएगा। सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अटार्नी जनरल कार्यालय को अदालत में मौजूद मामलों को ‘सक्रिय तौर पर आगे बढ़ाने’ का आदेश दिया है। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद से जुड़े लंबित मामलों को जल्द निपटाने के लिए उचित उपाय करने के बारे में दिशा निर्देश भी दिए हैं। कई दया याचिकाएं 2012 से ही लंबित हैं क्योंकि फांसी पर रोक लगे होने के कारण पूर्व राष्ट्रपति आसिफ जरदारी ने कोई कार्रवाई करने से इनकार कर दिया था। हालांकि संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार समूहों ने मौत की सजा बरकरार रखने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की है। एजेंसियां