नई दिल्ली : भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक बार फिर पाक युवक को मेडिकल वीजा दिलाने की पहल की है। युवक ने कुछ दिन पहले ही सुषमा स्वराज से भारत आकर अपना इलाज कराने की अनुमति मांगी थी। शाहजैब इकबाल नाम के युवक ने स्वराज को इस बाबत ट्वीट कर लिखा था कि ”अल्लाह के बाद आप ही हमारी आखिरी उम्मीद” हैं। हमारी मदद कीजिए।” शाहजैब इकबाल ने पाकिस्तान में भारतीय हाई कमिशन से अपने भाई के लीवर ट्रांसप्लांट के लिए भारत का वीजा मांगा था। इकबाल के ट्वीट का जवाब देते हुए सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर उन्हें वीजा देने की बात कही। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि भारत तुम्हें कभी नाउम्मीद नहीं होने देगा। मैंने इस्लामाबाद में भारतीय हाई कमिशन से तुम्हारे परिवार को तुरंत वीजा जारी करने को कहा है। उन्होंने किश्वर सुलताना नाम की महिला, जिन्हें नोए़डा के एक अस्पताल से लीवर ट्रांसप्लांट कराना है, को भी वीजा देने की घोषणा की। विदेश मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर घोषणा की थी कि भारत मानवता को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान के हर मरीज के लिए तुरंत वीजा उपलब्ध कराने की हर संभव कोशिश करेगा।
दोनों देशों के बीच कई अन्य मुद्दों पर चल रही कड़वाहट को पीछे छोड़ते हुए इस साल मई में विदेश मंत्रालय ने एक अहम घोषणा की थी। इसके तहत पाकिस्तान से आने वाले मरीज को भारत सरकार पाकिस्तान प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज की संस्तुति पत्र के आधार पर तुरंत वीजा उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि भारत सरकार के इस पहल का इस्लामाबाद ने यह कहते हुए विरोध किया था कि इस तरह की कोई भी शर्त राजनयिक नियमों की अनदेखी है। इससे पहले जुलाई में जब ट्यूमर के एक मरीज को वीजा दिया गया, उस समय ऐसे किसी पत्र की मांग नहीं की गई थी। सुषमा स्वराज ने उस समय कहा था कि चूंकि यह हिस्सा भारत का अभिन्न अंग है, इसलिए किसी भी मरीज को वीजा के लिए पाकिस्तान की कोई संस्तुति नहीं चाहिए। 15 अगस्त के बाद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक का मेडिकल वीजा खारिज नहीं किया गया है।