– बैठक दोपहर 3 बजे के बाद शुरू हुई। कयास लगाए जा रहे हैं कि यह निर्णायक रहेगी, कोई समाधान जरूर निकलेगा।
– यशपाल मलिक के साथ हर जिले के धरनों से 5 प्रतिनिधि जबकि सरकार की तरफ से 5 सदस्यीय ढेसी कमेटी बातचीत कर रही है।
– वहीं इससे पहले भी सरकार और जाट प्रतिनिधियों के बीच पानीपत रिफाइनरी में बैठक हुई थी लेकिन वह विफल रही थी।
रविवार को मनाया गया था बलिदान दिवस
– धरनों पर 22वें दिन रविवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम बलिदान दिवस मनाया गया था।
– इस दौरान रोहतक के जसिया और सोनीपत के गोहाना में समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक पहुंचे थे।
– धरनों की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। कई रूटों पर रोडवेज बसें नहीं चलीं तो कई जगह रूट डायवर्ट कर वाहनों को चलाया गया।
– सोनीपत, पानीपत, रोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखी दादरी में मोबाइल इंटरनेट सेवा दिनभर बंद रही, जो देर रात तक सभी जिलों में शुरू कर दी गई थी।
ये प्रस्ताव हुए थे पास
– एक मार्च से भिवानी, जींद, कैथल, पानीपत, हिसार, करनाल, दादरी, कुरुक्षेत्र, मेवात पंचकूला में धरने बढ़ाए जाएंगे। रोहतक, झज्जर सोनीपत में एक-एक धरना ही रहेगा। कुल धरने 30 हो जाएंगे।
– 26 फरवरी को काला दिवस मनाएंगे। धरनों पर महिलाएं काला दुपट्टा पुरुष काली पट्टी या काली पगड़ी पहनकर आएंगे।
– एक मार्च से सरकार के साथ असहयोग की शुरुआत होगी। बिजली, पानी के बिल सरकारी कर्ज का भुगतान नहीं होगा। एक दिन के लिए दूध-सब्जी की सप्लाई बंद होगी। इसके लिए तारीख की घोषणा 26 फरवरी को होगी।
– दिल्ली के जाट 2 मार्च को राष्ट्रपति को ज्ञापन देंगे। हर दिन प्रदर्शन होगा। इसमें यूपी के जाट भी आएंगे।
– देशभर के जाटों का संसद सत्र के दौरान संसद घेराव के लिए दिल्ली कूच होगा। घेराव की तारीख का ऐलान 2 मार्च को दिल्ली में होगा।
– जन प्रतिनिधियों से धरनों का लिखित समर्थन पत्र 27 फरवरी तक प्राप्त किया जाएगा। समर्थन करने वालों की लिस्ट जारी होगी।
– देश प्रदेश में 36 बिरादरी का भाईचारा मजबूत करने के लिए बैठक सम्मेलन, रैलियां होंगी।
– शादियों में डीजे बजाना, शराब पीना, दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयों का त्याग करना।