पार्थिव पटेल का छलका दर्द, बोले- टीम में नहीं चुने जाने से था दुखी
नई दिल्ली: भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धौनी से भी पहले महज 17 साल की उम्र में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर चुने गए पार्थिव पटेल ने अब बड़ा खुलासा किया है। पार्थिव पटेल ने कहा है कि जब साल 2007-08 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए उनको टीम में दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर नहीं चुना गया था तो उनको बहुत दुख हुआ था, क्योंकि वे उन दिनों अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। इस बात से भारतीय टीम के चयनकर्ता भी भलीभांति परिचित थे।
इंस्टाग्राम लाइव सेशन में आरपी सिंह से बात करते हुए पार्थिव पटेल ने कहा है, “यह महत्वपूर्ण है कि आपको सही समय पर सही जगह होना चाहिए। जब 2008 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए टीम चुनी गई तो मैं सेकेंड विकेटकीर स्लॉट में सबसे आगे था, क्योंकि फर्स्ट च्वॉइस के रूप एमएस धौनी थे। जब मुझे दल में शामिल नहीं किया गया था तो मैं निराश हो गया था।”
दिलीप वेंगसरकर थे मुख्य चयनकर्ता- पटेल
पार्थिव पटेल ने बताया, “दिलीप वेंगसरकर उस समय चयनकर्ताओं की समिति के चेयरमैन थे, उन्होंने मुझे फोन किया और कहा कि आप अच्छा प्रदर्शन कर रहो है, जिसे जारी रखो। इसके बाद उन्होंने मुझे बताया कि आपको ऑस्ट्रेलियाई सीरीज के नहीं चुना गया है।” बता दें कि 2007-08 सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 2-1 से परास्त किया था।
इंस्टाग्राम लाइव में आरपी सिंह से पार्थिव पटेल ने ये भी कहा है कि देश का हर एक विकेटकीपर जानता था कि उनको पहले विकेटकीपर के तौर पर टीम में नहीं चुना जाएगा, क्योंकि एमएस धौनी अपनी जगह पक्की कर चुके थे। पटेल ने कहा, “हम सभी सेकेंड विकेटकीपर स्लॉट के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। उस समय मैं लगातार हर मैच खेल रहा था और अपना बेस्ट दे रहा था। आप जानते हो कि जब आपकी टीम का विकेटकीपर ही कप्तान है तो आपको टीम में पहले विकेटकीपर के तौर पर शामिल नहीं किया जा सकता। इसलिए सभी दूसरे विकेटकीपिंग स्लॉट के लिए लड़ रहे थे।”