दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को बिजली सप्लाई करने वाले पावर प्लांट में कोयले की कमी के चलते बिजली संकट गहरा सकता है। मौजूदा समय में पावर प्लांट में एक दिन का कोयला भी नहीं है। दिल्ली के मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि प्लांट में केवल 20 घंटे का कोयला है। इस बारे में केंद्र सरकार को सूचना दे दी गई थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। जैन ने बताया कि झज्जर, दादरी, बदरपुर पावर प्लांट में 2426 मेगावॉट बिजली दिल्ली के आवंटित है। इन प्लांट में 15-20 दिन का कोयला होना चाहिए, लेकिन मौजूदा हालात देखा जाए तो यहां पर एक दिन का कोयला भी नहीं है। इनमें केवल 20 घंटे का कोयला बचा है। इससे पहले एनटीपीसी दादरी ने तकनीकी कारणों से बंद पड़ी 490 मेगावाट की एक इकाई को रविवार को शुरू कर दिया था। यह इकाई 25 मई से बंद थी। कोयले की कमी के चलते यह इकाई अभी अपनी क्षमता के हिसाब से परिचालन में नहीं आई है और केवल 60 फीसदी बिजली उत्पादन कर रही है।