नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से जारी कयासों को विराम देते हुए गुरुवार रात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन बनाने की घोषणा की।
इस आशय की घोषणा एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने संयुक्त रूप से की। गुरुवार को दिन में रविशंकर प्रसाद राजीव प्रताप रूडी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने पासवान से उनके आवास पर मुलाकात की थी। गठबंधन की औपचारिक घोषणा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रामविलास पासवान नीत लोजपा ने भाजपा नीत राजग में शामिल होने का फैसला किया है। राजनाथ ने कहा कि पासवान राष्ट्रीय स्तर के एक दलित नेता हैं और भाजपा उनके फैसले का स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि पासवान ने यह महसूस करते हुए कि मौजूदा स्थिति में केवल राष्ट्रीय जन तांत्रिक गठबंधन (राजग) ही देश को सही नेतृत्व दे सकता है हमारे साथ आने का फैसला लिया। उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले महाराष्ट्र के दलित नेता रामदास अठावले जाने माने दलित नेता उदित राज भाजपा से हाथ मिला चुके हैं। सभी का मानना है कि राजग और इसके प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ही देश को सही नेतृत्व दे सकते हैं। सीटों के बंटवारे के सवाल पर राजनाथ ने कहा कि पार्टी की बिहार इकाई से सलाह मशविरे के बाद यह तय किया गया है कि लोजपा बिहार में सात सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राजनाथ के बाद रामविलास ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक अवसर आ गया था जब राजग के 18 दल धीरे-धीरे कम होते चले गए। राजनाथ सिंह के कुशल नेतृत्व के कारण राजग फिर से बढ़ रहा है और इसमें कहीं से भी संदेह नहीं है कि अगली सरकार राजग की बनेगी।
मोदी के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजग ने मोदी को अपना प्रधानमंत्री घोषित कर रखा है अत: उस पर विचार का सवाल ही पैदा नहीं होता। गठबंधन की घोषणा के समय भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगल पांडे पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव पार्टी महासचिव राजीव प्रताप रूडी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के अलावा कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। लोजपा की ओर से रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के अलावा भाई रामचंद्र पासवान पारस कुमार पशुपति और अन्य नेता मौजूद थे। ज्ञात हो कि भाजपा बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग हुए नेता उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से पहल ही गठबंधन कर चुकी है। इसके अलावा राज्य में सत्तारूढ जनता दल युनाइटेड के कई वरिष्ठ नेता भी भाजपा की ओर रुख कर चुके हैं।