पासवान के बागी दामाद ने समक्षौता किया
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
पटना। बगावत का बिगुल फूंकने के कुछ दिन बाद लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के दामाद अनिल कुमार साधू ने उनके साथ समक्षौता कर लिया और केंद्रीय मंत्री और उनके पुत्र चिराग पासवान के खिलाफ कही गई अपनी सारी बातों को वापस ले लिया। साधू ने बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर पासवान और उनके पुत्र पर हमला बोला था।
साधू पिता-पुत्र पर हमला करने के बाद टीवी पर भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू टपकने लगे थे। उन्होंने राजग प्रत्याशियों को हराने के लिए बिहार के सभी जिलों में दलित सेना के उम्मीदवारों को उतारने की भी घोषणा की थी।
उन्होंने अपने ससुर और साले के साथ समक्षौता हो जाने की यहां संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की।
साधू ने कहा, मैं रामविलास पासवान और चिराग पासवान के खिलाफ पूर्व में कही गई सारी बातों को वापस लेता हूं।
उन्होंने कहा, दोनों से बातचीत के बाद मेरी शिकायतों का निवारण हो गया है। रामविलास पासवान हमारे नेता के साथ-साथ अभिभावक हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह वैशाली में राजा पाकड़ :एससी सुरक्षित: सीट से चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं जहां से पार्टी ने रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस को पहले ही उतारने का फैसला किया है तो साधू ने कहा, पार्टी मामले पर फैसला करेगी। पारस अलौली और राजा पाकड़ दो सुरक्षित सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। साधू ने अपने अपमान का बदला लेने के लिए पारस के खिलाफ लड़ने की उत्सुकता जताई थी।
उन्होंने कोई भी सौदेबाजी होने से इंकार किया और कहा, परिवार में कोई सौदा नहीं होता।
साधू औरंगाबाद में कुटुंबा :सुरक्षित: सीट से लोजपा से टिकट पाने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन यह टिकट सहयोगी दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा :एचएएम: के खाते में गयी जहां से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांक्षी के पुत्र संतोष कुमार सुमन को राजग का उम्मीदवार बनाया गया है।