पिता की गर्दन काट सिर हाथ में लिए घूमता रहा गांव में
सागर। पिता ने बचपन से ही मेरे साथ अच्छा नहीं किया। चार भाईयों के बीच में 40 एकड़ जमीन होने के बाद भी मुझे 4 एकड़ जमीन दी। जिस पर भी स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पा रहा था। पिता हमेशा टोकते और डांटते रहते थे। रोज- रोज ताने दिया करते थे। इससे परेशान होकर मैंने उनकी हत्या कर दी। यह बात अपने पिता प्रहलाद सिंह लोधी (65) की हत्या करने वाले आरोपी बंटी उर्फ मनोहर सिंह लोधी (28) निवासी चकेरी बिनेका ने अपनी गिरफ्तारी के दौरान कही।
गिरफ्तारी के समय मनोहर के एक हाथ में खून से सनी हुई कुल्हाड़ी तो दूसरे हाथ में पिता का सिर था। इस खौफनाक मंजर को देख गांव के लोग बुरी तरह सहमे हुए थे। घटना की जानकारी लगते ही कर्रापुर चौकी के प्रभारी हिमांशू भिंडिया घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस को देखते ही आरोपी बोला आप क्यों आ गए मैं तो स्वयं चौकी पहुंच रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा।
पीएचई के सेवानिवृत्त कर्मचारी थे प्रहलाद सिंह
पुलिस पूछताछ में आरोपी मनोहर ने बताया कि जमीन बंटवारे के पहले तक सब ठीक था। पिता प्रहलाद सिंह पीएचई में कर्मचारी थे। उनकी सेवानिवृत्ति के बाद जमीन का बंटवारा किया गया तो पहली पत्नी प्रेमबाई जो मेरी मां है। उनके दोनों बेटे सोनू उर्फ सोने सिंह को दो एकड़ व मुझे 4 एकड़ जमीन दी गई।
वहीं दूसरी मां राजकुमारी के बड़े बेटे देवराज को 9 एकड़ व ऋषिराज को 5 एकड़ जमीन दी गई। अब सभी अलग-अलग रहने लगे थे। सभी अपनी-अपनी खेती करते थे। घर में एक ट्रैक्टर था। इसे सभी भाई उपयोग में लेते थे, लेकिन समय से जुताई व बुआई को लेकर आए दिन पारिवारिक कलह होती रहती थी।