दस्तक टाइम्स/एजेंसी-
नई दिल्ली: भाजपा नेता अरूण शौरी ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बीजेपी के लिए अर्थव्यवस्था का प्रबंधन करने का मतलब ‘सुर्खियों का प्रबंधन’ है और लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दिनों को याद करना शुरू कर दिया है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण शौरी ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधा। एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर शौरी ने कहा, लोग अब डॉक्टर मनमोहन सिंह को याद करने लगे हैं। नई सरकार की नीतियां कांग्रेस सरकार जैसी ही हैं बस उनमें गाय जुड़ गई है। हर व्यक्ति व्यस्त है और हर व्यक्ति बहुत मेहनत कर रहा है लेकिन यह बड़ी चीजों में तब्दील नहीं हो रहा। ऐसा लगता है कि सरकार को इस बात में मजबूत विश्वास है कि अर्थव्यवस्था का प्रबंधन सिर्फ अर्थव्यवस्था के बारे में सुर्खियों का प्रबंधन हैं। इससे काम चलने वाला नहीं हैं। ये भारत का अब तक का सबसे कमजोर प्रधानमंत्री कार्यालय है। पीएमओ इतना कमजोर कभी नहीं था।
ट्विटर पर छिड़ी बहस
– अरुण शौरी के इस बयान के बाद ट्विटर पर भी बहस शुरू हो गई। मिनहाज मर्चेंट ने ट्वीट किया, अरुण शौरी का कहना है कि लोगों ने डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार को याद करना शुरू कर दिया है। शौरी बताएं कि हम खासतौर पर किस घोटाले को याद कर रहे हैं।
– वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर ने लिखा, अरुण शौरी अब आलोचना कर रहे हैं लेकिन वे बहुत पहले 2009 में मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नामित करने वाले सबसे पहले लोगों में शामिल थे।
– AAP विधायक सोमनाथ भारती ने ट्वीट किया, ये प्रमाणपत्र किसी बाहरी ने नहीं दिया है। ये प्रतिष्ठित अरुण शौरी ने दिया है। मोदीभक्त अब क्या कहेंगे।
– वहीं भाजपा से जुड़े अमित मालवीय ने ट्वीट किया, अरुण शौरी ने साबित कर दिया कि प्रधानमंत्री का उन्हें बाहर रखने का फैसला सही था।