पीएम की अपील का असर, एक करोड़ ने छोड़ी एलपीजी सब्सिडी
नई दिल्ली। ‘गिवइटअप’ कैंपेन के तहत एलपीजी सब्सिडी छोड़ने वाले ग्राहकों की संख्या एक करोड़ तक पहुंच गई है। गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सक्षम लोगों से इस बात की अपील की थी। तब से 1,00,06,303 एलपीजी ग्राहकों ने रसोई गैस सब्सिडी छोड़ी है। इससे सरकारी खजाने को कुछ हजार करोड़ रुपए की बचत हुई है।
ग्राहकों को एक वर्ष की अवधि में 14.2 किलो 12 सिलेंडर या पांच किलो के 34 सिलेंडर सब्सिडी दर पर लेने का अधिकार है। फिलहाल सब्सिडी वाला 14.2 किलो का सिलेंडर दिल्ली में 419.13 रुपए में जबकि पांच किलो का 155 रुपए में उपलब्ध है।
वहीं बाजार मूल्य पर 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर 509.50 रुपए पर उपलब्ध है। सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर छोड़ने से सरकार के सब्सिडी बिल में बचत होगी। पिछले साल इस पर सब्सिडी खर्च 30,000 करोड़ रुपए था। ग्राहक वितरकों को लिखित में अनुरोध कर सब्सिडी छोड़ सकते हैं। साथ ही वे ‘माई हेल्प डॉट इन’ पर इलेक्ट्रॉनिक तरीके से भी यह विकल्प चुन सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने गत वर्ष 27 मार्च को ‘गिवइटअप’ कैंपेन को लांच किया था ताकि जरूरतमंदों, विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों को इसका लाभ मिल सके।
सरकार 1 मई को अपने नए पहल की शुरुआत करेगी जिसके तहत 5 करोड़ गरीब महिलाओं को फ्री एलपीजी कनेक्शन दिया जाएगा।