दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ नई दिल्ली : पूरा देश आज यानी मंगलवार को 67वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह तीनों सेना प्रमुखों के साथ राजपथ पर स्थित अमर जवान ज्योति पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजली दी। गौरतलब है कि फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि हैं।
गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी के इर्द-गिर्द सुरक्षा के कई कवच तैयार किये गए हैं। शहर में महत्वपूर्ण ठिकानों को आतंकी समूहों द्वारा निशाना बनाने की खुफिया सूचना के मद्देनजर अहम बिंदुओं पर एंटी एयरक्राफ्ट गन और एलएमजी को तैनात किया गया है। गनरों को बिना अनुमति के कोई भी हवाई वस्तु की उड़ान देखने पर उसे नीचे गिरा देने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है। सुबह में दस बजकर 35 मिनट से सवा बारह बजे तक नोटम :वायुसैनिकों को नोटिस: घोषित किया गया है। इस दौरान इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ना तो कोई विमान उतरेगा ना ही उड़ान भर सकेगा। ऐतिहासिक राजपथ पर विशेष इंतजाम किये गए हैं जहां रक्षा सेवाओं के कमांडर इन चीफ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी देश की सैन्य शक्ति का जायजा लेंगे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एहतियाती तौर पर परेड होने वाले मार्ग पर 10 बिंदुओं पर एलएमजी तैनात किया गया है। हल्के मशीन गन के साथ विशेष रूप से प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को नयी दिल्ली के 10 अहम ठिकानों पर तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस के पूरे अमले के साथ ही अर्धसैन्य बलों से कर्मियों को भी सुरक्षा सेवा में तैनात किया गया है। देशभर में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी और पड़ोसी राज्यों की पुलिस ‘ड्रोनों’ पर कड़ी नजर रख रही है। ड्रोन को सुरक्षा के लिए बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी यहां होने वाले आधिकारिक समारोह से पहले ही हाई अलर्ट पर है। इस कार्यक्रम में फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद मुख्य अतिथि हैं। राष्ट्रीय राजधानी को तब हाई अलर्ट पर रख दिया गया था जब ऐसी सूचना मिली कि दिल्ली में कई आतंकवादी संगठनों के महत्वपूर्ण सदस्य मौजूद हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ के आस-पास 71 उंची इमारतें आज गणतंत्र दिवस परेड के मद्देनजर या तो आंशिक तौर पर या पूरी तरह बंद रहेंगी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस प्रमुख बी एस बस्सी ने अपने बलों और पड़ोसी राज्यों के पुलिस विभागों से कहा है कि वे ड्रोनों पर सतर्क नजर रखें। इन्हें सुरक्षा के लिए बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।
राजपथ पर आज भारत की सैन्य शक्ति और विभिन्न क्षेत्रों में उसकी उपलब्धियां, अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक परंपराएं, आत्म-निर्भरता और स्वदेशीकरण पर सरकार का जोर, इन सभी की झलक 67वें गणतंत्र दिवस समारोह में परेड के दौरान नजर आएगी। गणतंत्र दिवस समारोह के इतिहास में पहली बार फ्रांस की सेना का 76 सदस्यीय दल भी राजपथ पर भारत के राष्ट्रपति को सलामी देगा। इस दल में 48 संगीतकारों का दस्ता भी शामिल होगा। परेड में 26 साल के बाद सेना के श्वान (कुत्ता) दस्ते के सदस्य भी अपने हैंडलर्स के साथ भाग लेंगे। परंपराओं के अनुसार, राजपथ पर बीएसएफ के उंट दस्ते के सजे-धजे रंग-बिरंगे 56 उंटों का दस्ता डिप्टी कमांडेंट कुलदीप जे. चौधरी के नेतृत्व में मार्च करेगा।