आप सभी को याद ही होगा कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले ने सभी की नींदे उड़ा दी थी और उसका जवाब भारत ने 26 फरवरी को सर्जिकल स्ट्राइक से दिया. ऐसेमे आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि नरेंद्र मोदी की कुंडली में कैसे योग हैं और क्या होने वाला है. जी दरअसल ज्योतिषों के अनुसार 16 जुलाई का चंद्रग्रहण और 26 दिसंबर का सूर्य ग्रहण दोनों ही इमरान खान के लग्न को पीड़ित करेंगे और इस स्थिति से इमरान आक्रामक कदम उठा सकते हैं. वहीं अप्रैल-मई में शनि-मंगल का समसप्तक योग और जुलाई तथा दिसंबर में पड़ रहे बड़े ग्रहण भारत और पाकिस्तान के मध्य तनाव में आग में घी का काम करेंगे और बाद में वर्ष 2020 के आते-आते दोनों मुल्क एक विध्वंसक युद्ध में उलझ सकते हैं.
वहीं ऐसा भी कहा गया है कि 17 सितंबर 1950 को दोपहर 12 बजकर 9 मिनट पर गुजरात के वडनगर में पैदा हुए नरेंद्र मोदी की कुंडली में मंगल शत्रु स्थान और लग्न भाव का स्वामी होकर लग्न में स्थित है, जो कि एक अच्छा ‘शत्रुहन्ता’ योग बना रहा है और इस योग के प्रभाव से मोदी ने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति दोनों में अपने शत्रुओं के विरुद्ध हमेशा आक्रामक रुख अपनाकर सफलता पायी है. वहीं साल 2016 में पाकिस्तान में नवाज शरीफ के कार्यकाल में हुई सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर अभी इमरान के प्रधानमंत्री रहते बालाकोट पाकिस्तान में भारत की वायुसेना का हमला हो दोनों में मोदी ने अपने विरोधियों को न केवल चौंकाया है बल्कि विकल्पहीन कर दिया है.
इसी के साथ ज्योतिषों के अनुसार मोदी की कुंडली में लग्न में मंगल और दशम में शनि दोनों की दृष्टि युद्ध के सप्तम भाव पर पड़ रही है और यही स्थिति इमरान खान की कुंडली में भी है. ऐसे में इमरान खान का मंगल मृत्यु-भाव में खराब है इसलिए उनकी राजनीति की साख मोदी की तुलना में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहद कमजोर है. वहीं मोदी के वृश्चिक लग्न की कुंडली में चंद्र में शुक्र की विंशोत्तरी दशा जून 2020 तक है और शुक्र सप्तम भाव का स्वामी होकर युद्ध की संभावना जून 2020 तक दिखा रहा है. ऐसे में इस युद्ध में भारत को भी बेहद हानि उठानी पड़ सकती है.