नई दिल्ली। हैकिंग का शिकार हुए राहुल गांधी के बाद अब पीएम मोदी की सुरक्षा खोखली नजर आई है। हैकर ने मोदी ऐप को हैक कर साबित कर दिया है कि इस ऐप की सुरक्षा उतनी पर्याप्त नहीं है जो कि 5 से 10 करोड़ उपभोक्ताओं के डाटा की रक्षा कर सके।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीटर हैंडल हैक किए जाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि एक युवा डेवलेपर ने पीएम मो़द़ी़ के ‘नरेन्द्र मोदी मोबाइल ऐप’ की कई सुरक्षा खामियों को उजागर किया है।
इस एप्लिकेशन को नरेंद्र मोद़ी़ और उनकी टीम मैनेज करती हैं और यह भारत सरकार की आधिकारिक एप्लीकेशन नहीं है। अगर बात पार्टी वर्कर्स को उपलब्ध यूजर डाटा की बात की जाए तो सच्चाई और भी खराब है।
इस ऐप के कमजोर गढ़ को कोई भी तोड़ सकता है। मुंबई के 22 साल के युवा डेपलपर जावेद खत्री ने ट्वीट किया ‘मैंने नरेंद्र मोदी के ऐप में सिक्योरिटी इश्यूज पाए हैं।
इस मामले की रिपोर्ट करना चाहूंगा।’ जावेद ने जोर दिया कि इस हैकिंग के पीछे उनका कोई दुर्भावनापूर्ण मंशा नहीं थी और वे केवल ऐप को मैनेज करने वाली टीम को एप्लिकेशन के जोखिम उजागर करना चाहते थे। जावेद ने ऐप के लिए जिम्मेदार लोगों से संपर्क भी किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जावेद केवल सुरक्षा खामियां रिपोर्ट करना चाहते थे।