नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राष्ट्रहित की अनदेखी करने का आरोप लगाया। एंटनी मंगलवार को पीएम मोदी की तरफ से राफेल विमान सौदे में कमीशन और देरी होने से जुड़े आरोपों का जवाब दे रहे थे। पूर्व रक्षा मंत्री ने मोदी के उस आरोप को खारिज किया जिसमें विमान आने में देरी का कारण कांग्रेस को बताया गया था। एंटनी ने कहा कि चार साल की देरी एनडीए में हुई। एंटनी ने कैग रिपोर्ट के आधार पर आरोप लगाए। एंटनी ने कहा कि सौदे में कमीशन और देरी के आरोप में कोई सच्चाई नहीं है। इसका फैसला देश को करना है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने लड़ाकू विमान की खरीद प्रक्रिया पर निगरानी के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति की रिपोर्ट की उपेक्षा की है। इस पर पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए। पूर्व रक्षामंत्री ने कहा कि कैग रिपोर्ट में साफ है कि पूर्व की एनडीए सरकार ने सौदे को लेकर चार साल बर्बाद किए। उन्होंने कहा कि इसी दौरान भाजपा नेताओं यशवंत सिन्हा और सुब्रमण्यम स्वामी ने आपत्ति जताई थी।
इस पर हमारी सरकार ने एक समिति का गठन किया। समिति की रिपोर्ट मार्च 2015 में मोदी सरकार के समय आई। बावजूद सौदे के दौरान नरेंद्र मोदी ने इसे नजरअंदाज कर सौदा किया है। इसमें कई नियम, शर्तों को लचीला कर दरकिनार कर दिया गया। उन्होंने सवाल किया, हैरानी है कि रिपोर्ट पर न तो रक्षा मंत्रालय में चर्चा हुई और न ही सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति में विचार हुआ। पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे समय सेना अभियान के बारे में रक्षा प्रवक्ता जानकारी देते थे। अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जानकारी देते हैं। वे मारे गए लोगों की संख्या के बारे में बता रहे हैं जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। एंटनी ने बालाकोट में वायुसेना की कार्रवाई पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को इसका राजनीतिकरण करने से बचना चाहिए। पीएम पूरे देश में घूमकर गलत जानकारियां फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सबको वायुसेना प्रमुख पर विश्वास करना चाहिए। एंटनी ने कहा मैं अपने सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदान को सलाम करता हूं। हम सभी को सशस्त्र बलों का समर्थन करना चाहिए।