स्वास्थ्य

पुरूषों के मुकाबले महिलाओं में ज्‍यादा होती है माइग्रेन की समस्‍या, जानिए बचाव के उपाय

जीवनशैली में बदलाव के कारण लोगों में माइग्रेन की समस्‍या बढ़ रही है। माइग्रेन एक मस्तिष्क विकार है, जिसमें रोगी के सिर में अक्‍सर एक तरफा भयानक सिर दर्द होता है। माइग्रेन की समस्‍या से पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्‍यादा ग्रस्‍त होती हैं। यह दर्द कई बार अचानक शुरू हो जाता है और फिर अपनेआप ठीक भी हो जाता है। माइग्रेन का शिकार व्‍यक्ति उम्र के किसी भी पड़ाव में हो सकता है। इसमें कोई उम्र मायने नहीं रखती। माइग्रेन में होने वाले तेज दर्द का कोई समय निश्‍चित नहीं होता, लेकिन यह सुबह और शाम के समय यह ज्‍यादा महसूस होता है। इस दर्द का असर आंखों की रोशनी पर भी पड़ता है और कई बार दर्द में आंखे भी दर्द करती हैं।

अधिकतर महिलाओं में यह समस्‍या माहवारी के समय ज्‍यादा होती है। हालांकि इसके अलावा, माइग्रेन अल्‍कोहल के सेवन, मौसम में बदलाव, तनाव, खानपान में परिवर्तन और कम सोने के कारण भी हो सकता है। आइए यहां हम आपको माइग्रेन से बचाव के कुछ अचूके उपाय बताते हैं।

पानी पिएं
विशेषज्ञों के मुताबिक डिहाइड्रेशन भी माइग्रेन का कारण होता है। इसलिए माइग्रेन की समस्‍या में आपको ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी पीना चाहिए। साथ ही ठंडे पानी की पट्टी सिर पर रखने से भी राहत मिलती है। ऐसा करने से धमनियां फैलकर अपनी पूर्व स्थिति में आ जाती हैं।

हैडबैंड लगाएं
हैडबैंड लगाने से भी माइग्रेन से होने वाले दर्द में आराम मिलता है। दर्द से राहत के लिए हैडबैंड का प्रयोग लोग पहले ज्‍यादा करते थे, लेकिन अब इसका चलन कम हो गया है।

मछली का तेल
दर्द होने पर मछली के तेल की सिर में मालिश करने से काफी आराम मिलता है। मालिश करने से सिकुड़ी हुई धमनियां फैल जाती हैं। मछली का सेवन भी माइग्रेन की आशंका को कम करता है। इसमें पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड दर्द से राहत देता है।

भूखे न रहें
भूखे रहने पर भी यह दर्द बढ़ सकता है। इसलिए ज्‍यादा देर तक भूखे न रहें, थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाते रहें। हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन फायदेमंद रहता है। गाजर और खीरा भी लाभदायक है। मैग्निशियम से भरपूर आहार माइग्रेन में फायदेमंद होता है।

तेज रोशनी से रहे दूर
ध्‍यान रखें कि आपके काम करने वाली जगह पर तेज रोशनी, तेज धूप या तेज गंध न हो। इन सभी चीजों से भी माइग्रेन के रोगी को परेशानी होती है। सोते समय अंधेरे कमरे में सोने की कोशिश करें। साथ ही कोशिश करें कि घर से बाहर निकलने पर छाता लें और सूरज की सीधी रोशनी से बचें।

पिपरमेंट ऑयल
माइग्रेन की परेशानी होने पर सिर के दर्द वाले हिस्‍से में पिपरमेंट ऑयल की मालिश करने से राहत मिलती है। साहित्‍य में भी पिपरमेंट के तेल से होने वाले फायदों का जिक्र किया गया है।

जंक फूड है नुकसानदेह
माइग्रेन से ग्रस्‍त रोगी को जंक फूड और डिब्‍बा बंद आहार से परहेज करना चाहिए। पनीर, चॉकलेट, चीज, नूडल्स और केले में ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं।

अदरक का सेवन
आयुर्वेद के अनुसार अदरक सिर दर्द में राहत पहुंचाता है। यदि आपको अदरक खाने में परेशानी होती है, तो आप अदरक के कैप्‍सूल का भी सेवन कर सकते हैं। अदरक या इसके कैप्‍सूल के सेवन से मितली की समस्‍या से छुटकारा मिलता है।

ज्‍यादा नींद लें
माइग्रेन में आराम करना चाहिए और ज्‍यादा नींद लेने की कोशिश करें। नींद लेने से माइग्रेन रोगियों को राहत मिलती है। गहरी नींद लेने के लिए आप शोर युक्‍त वातावरण से दूर रहने के साथ ही अंधेरे कमरे में सोने की कोशिश करें।

व्‍यायाम करें
अधिकतर रोगों में व्‍यायाम फायदेमंद होता है। माइग्रेन की समस्‍या का एक कारण तनाव भी होता है। नियमित रूप से व्यायाम, योग और मेडिटेशन करने से दिमाग तनाव मुक्‍त रहता है और आप माइग्रेन का शिकार होने से भी बच सकते हैं। ध्‍यान रखें, यदि समस्‍या बढ़े, तो डाक्‍टर से सलाह जरूर लें। क्‍योंकि समय पर माइग्रेन का उपचार न करना परेशानी का कारण बन सकता है। ऐसी परेशानी होने पर आपको खानपान का ध्‍यान रखने के साथ ही दिनचर्या में भी सुधार करना आवश्‍यक होता है।

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