पूजा करते वक्त कभी भी न जलाए अगरबत्ती, बल्कि करें ये काम तभी होगी सभी मुरादें…
इस बात से तो आप लोग अवगत ही होगें कि हमारे जीवन की समस्त घटनाओं के संबंध में शास्त्रों में सविस्तार बताया गया है, आज हम शास्त्रो के अनुसार 1 ऐसी महत्वपूर्ण बाते बताने वाले है जिसको जान कर आपको हैरानी होगी !आपको बता दे कि शास्त्रों में लिखा है की हिन्दू धर्म में किसी को भी अगरबत्ती का प्रयोग नहीं करना चाहिए इसमें बॉस होता है और हमारे हिन्दू धर्म में बॉस को जलाना सही नहीं माना जाता है ,जैसा की हम सभी देखते है की सभी पूजा के कामो में धुप बत्ती का प्रयोग होता है सभी पूजा के कामो में धुपबत्ती को प्राथमिकता दी जाती है !
आपको जानकारी के लिए बता दे की अगरबत्ती का निर्माण केमिकल या बांस और रसायन का प्रयोग करके बनाया जाता है हमारे पूर्वज भी कह गए है की ‘बांस को जलाने से वंश जलता है।’ धूप सकारात्मकता से युक्त होती है, ऊर्जा का सृजन करती है,इसी लिए इसका प्रयोग करना शुभ माना जाता है इसके प्रयोग से घर में सकारत्मक शक्ति आती है !इसलिए प्रतिदिन धूप जलाना अति उत्तम और बहुत ही शुभ है! अगरबत्ती के धुएं से अस्थमा, कैंसर, सरदर्द एवं खांसी होने की सम्भावना रहती है !आपको पूजा के दौरान चाहिए की केवल घी या तेल का दिया ही जलाएं !
आपको हम इतिहास की ओर ले चलते है जिस समय यवनों ने भारत पर आक्रमण किया तो देखा की हिन्दू पूजा करके बड़े से बड़ा युद्ध जीत लेते है हिन्दू सैनिक युद्ध से पहले अपने भगवान् की पूजा करते है और धूप-दीप जलाकर अपने ईष्ट को पसन्न करते है !जिससे यवन को हार का सामना करना पड़ता था ये सब देख कर आक्रमणकारियों ने हमारे पूजा स्थलों को तोडना शुरू कर दिया !
जिससे हिन्दू हारने लगे पर मंदिर को टूटता देख हिन्दू को क्रोध आया और पूरी ताकत लगाकर यवनों को हरा देती है।फिर यवन के बुद्धि जिवियो ने हमारे ग्रंथो को पढ़ा जिसमें पाया की हिन्दू धर्म में बांस जलाना वर्जित है इसलिए उन्होंने हमें भगवन से दूर रखने के लिए हमें बताया की तुम्हारे भगवान सुगंधित धूप से प्रसन्न होते हैं, ये अगरबत्ती जलाया करो कितनी अच्छी सुगन्ध आती है। जिससे सैनिको की पूजा खण्डित होने लगी और इसका परिणाम हम आज देख रहे है !