पूरे भारत पर नजर रखने के लिए चीन ने समुद्र में उतारा अत्याधुनिक रडार
- ‘ओवर द होराइजन’ रडार कार्यक्रम के तहत हुई है तैनाती
- चीन के दुश्मन देशों के युद्धपोतों, विमानों और मिसाइलों के खतरों को मौजूदा तकनीक की तुलना में बहुत पहले पहचान लेगा
- रडार की क्षमता ऐसी है कि भारत के आकार के बराबर इलाके पर नजर रख सकता है
अपनी सैन्य ताकतों को लगातार बढ़ा रहे चीन ने एक नया आधुनिक समुद्री रडार विकसित किया है। इस रडार की क्षमता ऐसी है कि भारत के आकार के बराबर इलाके पर नजर रख सकता है। यानि कि चीन चाहे तो पूरे भारत पर इस रडार से नजर रख सकेगा।
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने चीन के ‘ओवर द होरिजन’ रडार कार्यक्रम का हिस्सा रहे वैज्ञानिकों के हवाले से बताया कि घरेलू स्तर पर विकसित रडार प्रणाली चीनी नौसेना को चीन के समुद्रों पर पूरी नजर रखने में सक्षम बनाएगी।दुश्मन देशों के युद्धपोतों, मिसाइलों पर रखेगा नजर
यह रडार चीन के दुश्मन देशों के युद्धपोतों, विमानों और मिसाइलों के खतरों को मौजूदा तकनीक की तुलना में बहुत पहले पहचान लेगा। पोस्ट के अनुसार यह रडार भारत के आकार जितने क्षेत्र पर लगातार नजर रखने में सक्षम है।
वैज्ञानिक ने कहा कि पारंपरिक तकनीकों की मदद से हमारे समुद्री क्षेत्र के करीब 20 प्रतिशत भाग की ही निगरानी हो पाती थी। नई प्रणाली पूरे क्षेत्र पर नजर रखेगी। यह रडार दक्षिण चीन सागर, हिंद महासागर और प्रशांत महासागर समेत अहम क्षेत्रों में हमारी नौसेना की सूचना एकत्र करने की क्षमता बढ़ाएगी।
रडार बनाने वाला वैज्ञानिक सम्मानित
चाइनीज अकेडमी ऑफ साइसेंस के शिक्षाविद् लियू योंगतान ने इस रडार तकनीक को विकसित किया है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने लियू और एक अन्य सैन्य वैज्ञानिक कियान क्विहू को मंगलवार को विज्ञान के क्षेत्र में दिए जाने वाले देश के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया। लियू ने कहा कि पोत आधारित ओटीएच रडार ने पीपल्स लिबरेशन आर्मी को अपेक्षाकृत बहुत बड़े क्षेत्र पर नजर रखने में सक्षम बनाया है।