मुंबई। महाराष्ट्र सदन में हुए भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता छगन भुजबल के परिजन की अनुपातहीन संपत्ती का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार उनके पास करीब 300 करोड़ रूपए मूल्य की बेनामी संपत्तियां आयकर विभाग द्वारा जब्त कर ली गई। इस मामले में छगन भुजबल के पुत्र पंकज और भतीजे समीर को बेनामी संपत्तियों का लाभ लेने वाला माना गया। उन पर आरोप है कि अनुपातहीन संपत्तियों के तौर पर उनकी नासिक की गिरना चीनी मिल जिसकी कीमत 8097 करोड़ रूपए, मुंबई के सांताक्रूज पश्चिम स्थित सोलिटेयर इमारत जिसका मूल्य 11.30 करोड़, मुंबई में बांद्रा पश्चिम स्थित हबीब मनोर और फातिमा मनोर आदि ईमारतों का मूल्य 4361 करोड़ रूपए, मुंबई के सांताक्रूज पश्चिम स्थित सोलिटेयर ईमारत पाई गई।
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उनकी संपत्तियों में मुंबई में ही बांद्रा पश्चिम में हबीब मनोर और फातिमा मनोर इमारतों की कीमत 4361 करोड़ रूपए के तौर पर रही। पनवेल स्थित एक प्लॉट की कीमत 87.54 करोड़ रुपए आंकी गई है। आयकर विभाग ने जो नोटिस जारी किया है उसके तहत बेनामी कारोबार प्रतिबंध कानून की धारा 24(3) लगाई गई है।
विभाग द्वारा कहा गया है कि छगन भुजबल ने संपत्ति फर्जी कंपनियों के नाम पर तैयार की थी। इन कंपनियों के माध्मय से बड़े पैमाने पर रूपयों की हेरफेर की गई थी। मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग ने जो आरोप लगाए उनमें छगन भुजबल समेत पुत्र पंकज और भतीजे समीर को अनुपातहीन संपत्तियों का लाभ लेने वाला माना गया।
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गौरतलब है कि छगन भुजबल पहले ही मनी लाॅन्ड्रिंग के मामले में कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। उनकी 44 कंपनियों के तहत मामले बनाए जाने के बाद माना जा रहा है कि उन्हें करीब 7 वर्ष की सजा सुनाई जा सकती है। साथ ही संपत्तियों के मूल्य का लगभग 25 प्रतिशत जुर्माना भी देना पड़ सकता है।