पेड़-पौधों से सीखें 3 अमिट सीख
यदि धरती पर पेड़-पौधे न हों तो कल्पना कीजिए कैसा होगा वो नजारा। खुशनसीब है हम फिलहाल ऐसा नहीं है। पेड़-पौधों के बिना जीव जगत शून्य है। पेड़-पौधों के महत्व के बारे में वैदिक काल से ही वर्णन होता आया है।
हिंदू धर्म के धर्मग्रंथों में पेड़ों में मौजूद अलौकिक शक्तियों का भी वर्णन किया गया है। यहां तक की हम वर्तमान में पेड़-पौधों को देवतुल्य मानते हैं। लेकिन इनसे काफी कुछ जिंदगी के लिए सीखा भी जा सकता है।
परोपकार: पेड़-पौधे नि:स्वार्थ परोपकार करने की सीख देते हैं। वह परोपकार के बदले कुछ पाने की इच्छा नहीं रखते इसीलिए मनुष्य को भी इन्हीं गुणों का समावेश अपने जीवन में करना चाहिए।
विष लेकर, अमृत देना: वह प्राणवायु ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं। जिसके की जीव जगत में रहने वाले लोग जिंदा हैं। वह मनुष्य द्वारा छोड़ी गई कार्बन-डाय-ऑक्साइड को ग्रहण कर स्वयं के भोजन का निर्माण करते हैं यानी वह विष लेकर अमृत देते हैं।
पेड़-पौधों में होता है ईश्वर का वास: इनमें ईश्वर का वास होता है। और पेड़ों के नीचे बैठ तप करने के कारण कई महापुरुषों को ज्ञान की प्राप्ति हुई। यही कारण है कि हमें पेड़-पौधों को ज्यादा से ज्यादा लगाना चाहिए और उनका दोहन-कटाव कम से कम करना चाहिए।