पेशी पर अदालत लाए गए दो हत्यारोपी पुलिस को चकमा देकर फरार
लुधियाना-अबोहर : फिरोजपुर से किसी मामले में पेशी भुगतने के लिए लाए गए 2 कैदी फरार होते ही पंजाब पुलिस में हडक़ंप मच गया। पुलिस को हाथों-पैरों की पड़ गई और फरार हुए कैदियों को ढूंढने का प्रयास जारी है। खबर लिखे जाने तक पंजाब के साथ सटे राजस्थान और हरियाणा की सीमाओं को सील कर दिया है। जिस तरह से आरोपी फरार हुए हैं उसको देखकर तो यही माना जा रहा है कि फरार होने की साजिश सेंट्रल जेल फिरोजपुर में ही बनाई गई थी।
जानकारी अनुसार फिरोजपुर सेंट्रल जेल से अबोहर अदालत में 4 दोषियों को पेश करने के लिए पुलिस पार्टी लेकर आई थी। जिसमें से भीम हत्याकांड के मामले में मुख्य आरोपी हरी व कन्नू तथा 302 के आरोपी अमृतपाल तथा रंजीत सिंह उर्फ राणा को अदालत में पेश करना था। जैसे ही बस और कोम्पलैक्स के बाहर खाली स्थान पर रूकी तो आरोपी पुलिस को चकमा देकर आए हुए मोटर साइकिल सवार युवकों के साथ बैठकर फरार हो गए। सूत्रों के मुताबिक पुलिस के 2 जवानों ने हैरी और कन्नू नामक युवकों को काबू कर लिया है किंतु फरार हुए अन्य 2 भागे कैदी खबर लिखेज जाने तक पकड़े नहीं गए। जानकारी के मुताबिक अमृतपाल सिंह हवालाती बस के जरिये हत्यारोपियों को ए.एस.ओ निर्मल सिंह और हैड कांस्टेबल कुलविंदर सिंह तथा 2 होमगार्ड के जवानों की निगरानी में लेकर आए।
जैसे ही बस अदालती परिसर के बाहर खाली स्थान पर रुकी और पुलिस ने अमृतपाल सिंह पुत्र बलजीत सिंह वासी कंधवाला रोड नई आबादी अबोहर तथा उसका साथी रणजीत सिंह उर्फ राणा पुत्र अनूप सिंह वासी ढाणी विशेषरनाथ को बस से उतारा तो दोनों आरोपी पुलिस पार्टी को चकमा देकर वहां पर पहले से मौजूद दो मोटरसाइकिल सवार युवकों के साथ मोटरसाइकिल पर बैठ कर फरार हो गए। हत्यारोपियों के फरार होने की सूचना मिलते ही जिला पुलिस कप्तान केतन पाटिल बलिराम सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मालूम चला है कि अमृतपाल और राणा के खिलाफ 2015 में 451/506 व अन्य धाराओं में थाना बहाववला में मामला दर्ज था। वह इन मामलों में पेशी भुगतने आए थे।