अन्तर्राष्ट्रीय
पोप ने गरीबों और बेघरों को बताया अनजाने संत
रोम। पोप फ्रांसिस ने युद्ध, भूख और गरीबी से जूझ रहे लोगों, बेरोजगारों एवं बेघरों को अनजाने संत बताते हुए उनका अभिवादन किया है। फ्रांसिस ने कैथोलिक गिरजाघर के लिए एक नवंबर को प्रार्थना सभा आयोजित कर इस दिन को सर्व संत दिवस के रूप में मनाया और वेरानो कब्रिस्तान में धर्मोपदेश दिया। उन्होंने उन लोगों का अभिवादन किया, जो अपनी जिंदगी बचाने के लिए अपने घरों और गांवों को छोड़ने, भूख, बीमारी एवं सर्दी को सहने के लिए विवश हैं। उन्होंने इस बात पर दुख जाहिर किया कि कई बार लोग इन्हें शरणार्थी कहते हैं, मानो ये मानव नहीं हैं, बल्कि किसी और प्रजाति के हैं। फ्रांसिस ने कष्ट झेलने वाले इन लोगों की सराहना करते हुए इन्हें अनजाने संत कहकर पुकारा, जो कष्ट झेल झेलकर पवित्र हो चुके हैं। पोप फ्रांसिस ने कहा कि ये लोग शांति, रोटी और काम की याचना कर रहे हैं। एजेंसी