प्यार से समझाएं जब बच्चे करने लगे जिंद
नई दिल्ली : यूं तो बच्चे हमेशा ही नखरे दिखाते और जिद करते रहते हैं लेकिन बाजार जाने पर उनकी यह जिद दोगुनी हो जाती है।माता-पिता को बच्चों को संभालना मुश्किल हो जाता है, इसकारण शॉपिंग भी ढंग से नहीं हो पाती है। जानें, कुछ ऐसे तरीके जिनसे बच्चों को बाजार में जिद करने से रोका जा सकता है। सबसे पहले बच्चे को डांटना-मारना एकदम बंद कर दें। डाटने से बच्चा और बिदक जाता है। इसी जगह प्यार से समझाएं कि जो भी चाहिए वो घर पर ही डिस्कस किया जा सकता है,उसके लिए बाजार जाकर जिद पर अड़ने की कोई जरूरत ही नहीं है। कई बार बच्चा अटेंशन पाने के लिए भी जिद करने लगता है,खासकर अगर दोनों ही अभिभावक कामकाजी हैं तो बच्चे को उनके साथ बिताने के लिए कम वक्त मिलता है। वे कहीं भी जाते हैं तो उनका ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए जिद करने लगते हैं।
बच्चे के साथ वक्त बिताएं, उन्हें क्वांटिटी नहीं लेकिन क्वालिटी वक्त तो दिया जा सकता है। वीकेंड पर उनके साथ घूमने जाएं,मॉल की बजाए पार्क या चिड़ियाघर या म्यूजियम जैसी जगहों पर जा सकते हैं। इससे बच्चा कई नई बातें सीखता है और बॉडिंग मजबूत भी होती है। बच्चा जाने के बाद भी जिद करता है तो उसे साफ कह दें कि अगली बार आप उसे कहीं भी बाहर लेकर नहीं जाएंगे। ऐसा कवल कहने को नहीं कहें, बल्कि ऐसा करें भी। इससे बच्चे को समझ में आ जाएगा कि प्यार अलग बात है और अनुशासन और बात है।