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प्रतिभागी छात्रों ने दिखाई अपनी प्रतिभा

MATH-MACलखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर (द्वितीय कैम्पस) के तत्वावधान में सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किये जा रहे मैकफेयर इण्टरनेशनल-2014 का तीसरा दिन आज सवालों-जवाबों की झमाझम बारिश से सराबोर रहा। नये-नये व अनोखे प्रश्नों की बारिश और बिजली की गति से सटीक जवाबों का आनन्द उठाते देश-विदेश के छात्रों को देखकर सहसा यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि इन बाल वैज्ञानिकों में असीम प्रतिभा भरी पड़ी है। चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गणित, व कम्प्यूटर प्रतियोगिता ‘मैकफेयर इण्टरनेशनल-2014’ के तीसरे दिन प्रतिभागी छात्रों ने हाफ-ए-मिनट (अभिव्यक्ति क्षमता), डिजी विजी (कम्प्यूटर), नयूमरो विज तथा साई मैक आदि प्रतियोगिताओं में अपने अभूतपूर्व प्रदर्शन का परचम लहराने के साथ ही ‘कोरियोग्राफी’ प्रतियोगिता के माध्यम से कलात्मक क्षमता का शानदार प्रदर्शन कर दिखा दिया कि ज्ञान व कला के मामले में उनका कोई सानी नहीं है। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से इण्डोनेशिया, बांग्लादेश, कतर, नेपाल व देश के विभिन्न राज्यों से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने अपनी रचनात्मक व कलात्मक प्रतिभा का जबरदस्त नजारा प्रस्तुत किया। पूरे दिन ज्ञान-विज्ञान की प्रतिस्पर्धाओं में जूझने के बाद विभिन्न देशों के छात्रों की आपसी दोस्ती, आत्मीयता व भाईचारे ने यह साबित कर दिया कि सुखमय भविष्य की नींव इन्हीं हाथों से रखी जायेगी। मैकफेयर इण्टरनेशनल-2014 के तीसरे दिन की शुरुआत प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी के सार्थक अभिभाषण से हुई जिसके अन्तर्गत डा. गाँधी ने ‘नीड ऑफ स्पिरिचुअल इन्रिचमेन्ट ऑफ स्टूडेण्ट्स’ विषय पर छात्रों का मार्गदर्शन किया। अपने सारगर्भित अभिभाषण में डा. गाँधी ने कहा कि आज शिक्षा को दैनिक जीवन से जोड़ने की आवश्यकता है। आज दुनिया के देश आपस में लड़ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते। शिक्षा द्वारा हमें क्रान्ति लानी है और भावी समाज के लिए ऐसे नागरिक तैयार करने हैं जो मानव जाति की भलाई के लिए समर्पित हों। देश-विदेश से पधारे छात्रों ने डा. गाँधी से सामाजिक, धार्मिक तथा शांति एवं एकता से संबंधित अनेक प्रश्न पूछें जिसका उन्होंने समुचित जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया।

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