लखनऊ। प्रदेश में औसत से कम वर्षा होने के चलते समूचे प्रदेश में धान की फसल बर्बाद हो गयी है। प्रदेश सरकार इस विषम स्थिति को देखते हुए पूरे प्रदेश को सूखा क्षेत्र घोषित करे और किसानों के फसल की हुई क्षति की तत्काल भरपाई करे। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. हिलाल अहमद ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश में किसानों की बिगड़ती हुई स्थिति की जिम्मेदार है तथा किसानों की समस्याओं के प्रति पूर्णतया उदासीन बनी हुई है। यदि प्रदेश सरकार ने किसानों की समस्याओं का निराकरण तत्काल नहीं किया तो इसका प्रभाव प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर सीधा एवं स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। उप्र कांग्रेस कमेटी प्रदेश में सूखा प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की समस्याओं की ओर प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए यह मांग करती है कि किसानों की इस सूखे से जो क्षति हुई है उसकी आर्थिक क्षतिपूर्ति तुरन्त करे तथा किसानों को बिजली, पानी, बीज एवं उर्वरक की सुविधा मुफ्त उपलब्ध करायें, जिससे कि किसानों को इस सूखे से राहत मिल सके। प्रवक्ता ने कहा कि यदि किसानों की सूखे के कारण बिगड़ते हुए हालातों की ओर प्रदेश एवं केन्द्र की सरकार ठोस कदम नहीं उठाती है तथा क्षतिपूर्ति देने में हीलाहवाली करेगी तो कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सड़कों पर उतरकर संघर्ष करने के लिए बाध्य होंगे।