प्रदेश में विकसित किए जाएंगे और पर्यटन स्थल
शिमला, धर्मशाला, मनाली और डलहौजी जैसे क्षेत्रों की खूबसूरत वादियों में बसे गांवों को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जा रहा है। शहरों से इन गांवों की कनेक्टिविटी सुधारी जाएगी। इन इलाकों में पहाड़ी शैली से मकान बनाए जाएंगे। आसपास फलों के बाग और सब्जियों के खेत होंगे।
इन गांवों में आने वाले सैलानी बगीचों में न सिर्फ घूम सकेंगे बल्कि ताजा फलों का मजा भी ले सकेंगे। इसके अतिरिक्त ट्रैकिंग की सुविधा भी दी जाएगी। अगर कोई माउंटेन ट्रैकिंग करना चाहता है तो उसे प्रशिक्षित गाइड के साथ इस एडवेंचर स्पोर्ट्स का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा।
सैलानियों की सहूलियत के लिए हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम सैर का कार्यक्रम बनाएगा। इसके लिए लोगों को ई-मेल से कुछ जानकारियां देनी होंगी। इन जानकारियों के आधार पर घूमने का प्रोग्राम बनाकर संबंधित व्यक्ति को भेजा जाएगा। सैलानियों से होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए यह योजना बनाई है।
विशेष कार्ड पर 20 फीसदी डिस्कांउट- सैलानियों के लिए हिमाचल पर्यटन विकास निगम ने विशेष कार्ड योजना शुरू की है। इस कार्ड पर 20 फीसदी तक डिस्कांउट की सुविधा होगी। चार हजार रुपये देकर दो साल के लिए कार्ड बनेगा। हिमाचल में पीक सीजन के दौरान ही इस कार्ड पर छूट मिलेगी।
विशेष कार्ड पर खाने-पीने से लेकर पर्यटन निगम के सभी होटलों में रियायतें मिलेंगी। दो साल बाद 1500 रुपये में यह कार्ड रिन्यू होगा। पहली अप्रैल से 30 जून, 15 सितंबर से 15 नवंबर और 23 दिसंबर से दो जनवरी तक छूट का लाभ मिलेगा।
हिमाचल के गांवों को पर्यटन के लिए संवारा जा रहा है। सैलानियों को हरियाली से रूबरू कराने के लिए गांवों को होम स्टे योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। सैलानियों को मुख्य पर्यटक स्थलों के अलावा प्रदेश के खूबसूरत गांवों को भी निहारने का मौका मिलेगा।