सोनीपत : गन्नौर अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी में आयोजित चौथे कृषि शिखर सम्मेलन में रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में पानी की समस्या थी। लंबे समय तक यह फाइलों में मसला अटका पड़ा था जिस कारण लखवार, रेणुका व किसाऊ बांधों के निर्माण का कार्य नहीं हो पा रहा था। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोबिन्द के समक्ष सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी के प्रयासों से अब यह समस्या समाधान में बदली है। हरियाणा समेत अब सात राज्यों ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। दो बांधों से हरियाणा को अपने हिस्से का 47 प्रतिशत पानी मिल सकेगा लखवार व किसाऊ दो बांधों से हरियाणा को अपने हिस्से का 47 प्रतिशत पानी मिल सकेगा और जो भविष्य में सिंचाई व पेयजल के लिए समाधान हो पाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 45 लाख एकड़ खेत के मृदा स्वास्थ्य कार्ड हरियाणा ने तैयार किए हैं। हरियाणा तालाब प्राधिकरण का गठन सीएम ने कहा कि जैविक खेती की ओर किसानों का रूझान बढ़े इस ओर हम बढ़ रहे हैं। किसान कल्याण प्राधिकरण गठन के साथ-साथ हरियाणा तालाब प्राधिकरण का गठन किया गया है। प्रदेश के 14 हजार से अधिक तालाबों के पानी का उपयोग सिंचाई के लिए करने की योजनाएं तैयार की जा रही हैं। इंडिया इंटरनेशनल हार्टिकल्चर मार्केट 14 हजार करोड़ में बनेगी मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्नौर की इस इंडिया इंटरनेशनल हार्टिकल्चर मार्केट के निर्माण पर 14 हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
600 एकड़ क्षेत्र में यह तैयार की जा रही है। पिछली सरकार के समय किन कारणों से इसका कार्य पूरा नहीं हो सका यह तो कहा नहीं जा सकता, परंतु हमने इसका कार्य आगे बढ़ाया और अब यह पूर्ण होने को है।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कृषि मेले में आशीर्वाद मिला उन्होंने कहा कि प्रदेश की 57 मंडियों को ई नेम से जोड़ा गया है। किसान समृद्ध होगा तो प्रदेश का भी विकास होगा और प्रदेश समृद्ध होगा तो देश भी समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस कृषि मेले में पहुंचकर हमें आशीर्वाद दिया है, आशा है कि भविष्य में इसी प्रकार का मार्गदर्शन मिलता रहेगा।