श्रीनगर : जम्मू में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों से कहा कि उनकी असल परीक्षा विश्वविद्यालय के बाहर इंतजार कर रहे ‘‘एक बड़े, खुले अध्ययनकक्ष’’ में शुरू होगी। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे 2022 के लिए लक्ष्य तय करें जब देश स्वतंत्रता का 75 वां साल मनाएगा। शेर ए कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा , ‘‘मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप 2022 को ध्यान में रखें और आपको तथा आपके विश्वविद्यालय को अपने लिए कुछ लक्ष्य तय करने चाहिए। ’’उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और छात्रों को कृषि नवोन्मेष में अपने लिए एक स्थान निर्धारित करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लक्ष्य महत्वपूर्ण होंगे जब भारत स्वतंत्रता का 75 वां वर्ष मनाएगा। मोदी ने छात्रों से कहा कि उनके लिए ‘‘इस विश्वविद्यालय से बाहर एक बड़ा, खुला अध्ययनकक्ष इंतजार कर रहा है जहां असल परीक्षा होगी।’’ प्रधानमंत्री आज राज्य के लेह, कश्मीर और जम्मू क्षेत्रों के एक दिन के दौरे पर थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैष्णोदेवी मंदिर के लिए आज सात किलोमीटर लंबे एक नये मार्ग का उदघाटन किया जो इस मंदिर के लिए श्रद्धालुओं को एक वैकल्पिक रास्ता प्रदान करेगा। उन्होंने यहां जोरवार सभागार में रिमोट के माध्यम से ताराकोट मार्ग खोला और माता वैष्णोदेवी की गुफा तक सामान ले जाने के लिए रोपवे का शुभारंभ किया। मोदी ने कहा कि वैष्णोदेवी और अमरनाथ जैसे धर्मस्थल जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लाखों श्रद्धालु इन स्थानों पर आते हैं।’’ उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं मिले और राज्य के लोग वित्तीय रुप से लाभान्वित हों। उन्होंने कहा, ट्रेन माता वैष्णोदेवी के आधार शिविर कटरा तक पहुंच गयी। प्रधानमंत्री बनने के शीघ्र बाद मुझे इसका उदघाटन करने का मौका मिला। ताराकोटरा मार्ग पैदल तीर्थयात्रियों के लिए इस तीर्थस्थल के लिए सबसे अच्छा रास्ता है। उन्होंने कहा कि जैसा कि उन्होंने सामान पहुंचाने के लिए रोपवे का उदघाटन किया है उसी तरह माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं को ले जाने के लिए भी एक रोपवे का निर्माण कर रहा है। उन्होंने कहा, यह 60 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। यह जल्द की बनकर तैयार हो जाएगा। इससे एक घंटे में 800 श्रद्धालु जा पायेंगे।