दस्तक टाइम्स/एजेंसी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एच-1बी और एल-1 वीजा से भारतीय संबंधित अमेरिकी कांग्रेस में प्रस्तावित बिल पर भारतीय आईटी पेशेवर उद्योगों की चिंताओं से बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को अवगत कराया।पीएमओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से फोन पर बातचीत कर वीज़ा संबंधी चिंता साझा की। अमेरिका के 9/11 हेल्थकेयर फंडिंग के लिये भारतीय आईटी कंपनियों को एच-1बी और एल-1 वीजा पर एक बार फिर 2000 डॉलर की स्पेशल फीस चुकानी पड़ सकती हैं।अमेरिका में कांग्रेस का एक ग्रुप वीजा पर इस फीस को दोबारा लागू करने का दबाव बना रहा है। आईटी में काम करने वाले 50 फीसदी से ज्यादा भारतीय एच-1 वीजा पर अमेरिका जाते हैं। अभी भी हर साल 85 हजार एच-1 बी वीजा जारी होते हैं।वहीं मणिपाल यूनिवर्सल के मोहनदास पई का इस मुद्दे पर कहना है कि अमेरिकी सीनेट में एच-1 बी वीजा की संख्या घटाने का बिल पास नहीं होगा।