प्रधानाचार्या को उपहार स्वरूप सरश्री की प्रेरणादायी पुस्तक भेंट की
उपहार में पुस्तकें भेंट करने की पीएम मोदी की अपील का दिखने लगा असर
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देशवासियों से की गयी अपील कि उपहार के तौर पर कोई प्रेरणादायी पुस्तक देना चाहिए से प्रेरित होकर शैक्षिक मोटीवेटर प्रदीप कुमार सिंह ने तेजज्ञान फाउण्डेशन के संस्थापक सरश्री द्वारा रचित पुस्तक अदिति शर्मा, प्रधानाचार्या, सिटी मोन्टेसरी स्कूल, चौक शाखा, लखनऊ को सादर भेंट की। इस अवसर पर शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी ने समारोह को मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित किया। पुस्तक भेंट करने का यह सुअवसर सिटी मोन्टेसरी स्कूल, चौक शाखा, लखनऊ द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड के ऑडिटोरियम में आयोजित न्यू मदर्स डे एण्ड सीआईएसवी मिनी कैम्प में प्राप्त हुआ। पुस्तक भेंट करने की श्रृंखला में प्रदीप कुमार सिंह हजारों पुस्तकें अब तक उपहार स्वरूप बांट चुके हैं। आप भी इस अभियान को व्यापक बनाकर मोदी जी की मन की बात को साकार करें।
पुस्तकें हमेशा से ही मनुष्य की सर्वश्रेष्ठ व विश्वसनीय मित्र रही हैं। लाला लाजपत राय ने पुस्तकों के महत्व के संदर्भ में कहा था, ‘मैं पुस्तकों का नरक में भी स्वागत करूंगा। इनमें वह शक्ति है, जो नरक को भी स्वर्ग बनाने की क्षमता रखती हैं।’ वर्तमान समय में लोगों की, खासतौर से युवा पीढ़ी की पुस्तकों से दूरी बन रही है। स्मार्टफोन, टैबलेट ही आज के युवाओं की जरूरत बन गए हैं। वे किताबों का अध्ययन करने की बजाय मोबाइल फोन आदि में ही अपना ज्यादातर समय खर्च करते हैं। यह सच है कि आज इंटरनेट पर तमाम तरह की किताबें उपलब्ध हैं, मगर छपी हुई किताबों का अपना अलग महत्व है। लोग किताबों से जुडें, इसके लिए सरकारों को भी प्रयास करना होगा। जरूरत है कि शहरों व गांवों में पुस्तकालय की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जो लोग इस काम में लगे हैं, उनकी मदद करें।