उत्तर प्रदेशटॉप न्यूज़लखनऊ
प्रभारी बनकर पहली बार लखनऊ पहुंचे गुलाम नबी आजाद
शहीद स्मारक के निकट गांधी भवन प्रेक्षागृह पहुंचने से पहले उनकी गाड़ी भीषण जाम में फंस गई।
वहीं उनके सामने ही कांग्रेसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।
कुछ ही देर में मामला गंभीर दिखाई देने लगा और कांग्रेसियों के बीच गुत्थमगुत्थी हो गई।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष आजाद ऐसे समय प्रदेश प्रभारी बनाए हैं, जब प्रशांत किशोर (पीके) की क्लास भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हौसला नहीं बढ़ा पा रही है।
हाल ही में हुए विधान परिषद और राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस में बड़े पैमाने पर क्रॉस वोटिंग हुई है। सूबे में कांग्रेस के विधायक अगले चुनाव में अपनी जीत को लेकर आशंकित हैं और बसपा, भाजपा या सपा में ठिकाना ढूंढ रहे हैं
कांग्रेसियों ने एक-दूसरे का कॉलर पकड़कर एक-दूसरे को धक्का देना शुरू किया। बड़ी जद्दोजहद के बाद मामला शांत किया गया।