प्रयागराज में दादा फिरोज गांधी की मजार को आज भी है राहुल का इंतजार
प्रयागराज में पारसी कब्रगाह के बीच बनी फिरोज जहांगीर गांधी की कब्रगाह आज भी अपनी पुश्तों का इंतजार कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दादा की मजार की हिफाजत करने वाले बाबूलाल का कहना है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी को अपने पुरखों की कब्रगाह पर आना चाहिए.
फिरोज फिरोज गांधी की मजार को लेकर विवाद तक खड़ा हुआ जब उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने गुजरात में एक बयान में कहा था कि राहुल गांधी के दादा जी फिरोज जहांगीर गांधी की कब्र प्रयागराज में है जहां वो अब तक नहीं आए हैं. वो अपने दादाजी की कब्र पर आएं और मोमबत्ती भी करें ताकी उनकी आत्मा कि शांति मिले.
साथ ही राहुल गांधी के गोत्र का जिक्र करते हुए दिनेश शर्मा ने कहा था, ‘उनका दत्तात्रेय गोत्र है और इसलिए मैं उन्हें आमंत्रण दे रहा हूं कि वो वहां पर आएं. यहां गोदान किया जाता है, जिससे पुरखों कि आत्मा को शांति मिले.’
प्रयागराज में पारसी मजार की देख-रेख करने वाले बाबूलाल ने दिनेश शर्मा के बयान का खंडन करते हुए कहा कि राहुल गांधी इस मजार पर आए थे और 10 साल पहले उन्होंने फूल-माला भी अर्पित की. बाबूलाल के साथ इस मजार पर देख-रेख करने वाले बाकी लोगों ने भी कहा कि सोनिया गांधी भी यहां आ चुकी हैं. हालांकि बाबूलाल समेत इन तमाम लोगों का कहना है कि इस घटना को 10 साल हो चुके हैं, फिरोज गांधी उनके दादा हैं इसलिए राहुल गांधी को यहां लगातार आना चाहिए.
बाबूलाल ने कहा कि राहुल गांधी अक्सर इलाहाबाद आते हैं ऐसे में उन्हें अपने दादा की मजार पर भी आना चाहिए. 1960 में फिरोज गांधी की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद उन्हें प्रयागराज के इस कब्रगाह में दफनाया गया था.