दस्तक टाइम्स/एजेंसी: राजस्थान. उपखंड क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में बुधवार शाम करीब पांच बजे एक महिला को उसके परिजन प्रसव कराने के लिए लेकर आए। इस दौरान अस्पताल में डॉक्टर हीं नहीं थे। स्टाफ ने उसे भर्ती तो कर लिया, लेकिन उपचार की किसी ने परवाह तक नहीं की। रात को स्टाफ के कुछ लोग शराब पार्टी में लग गए। रात करीब साढ़े नौ बजे डॉक्टर अस्पताल आए और महिला की डिलीवरी कराने की बजाय जोधपुर रेफर कर दिया। एक मरीज के रिश्तेदार ने इसकी शिकायत पालिकाध्यक्ष महेंद्रसिंह कच्छवाहा से की।
इसके कुछ ही देर में पालिकाध्यक्ष कच्छवाहा वहां पहुंचे, लेकिन शराब पार्टी करने वाले कर्मचारी वहां से भाग छूटे। कच्छवाहा की सूचना पर एसडीएम रिछपालसिंह बुरड़क, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रभाकर टाक भी यहां पहुंचे और थानाधिकारी घेवरसिंह गुसाइवाल को भी यहां बुलाया। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने जब अस्पताल के अलग-अलग कमरों की तलाशी ली, तो कहीं अंग्रेजी शराब के पव्वे तो कहीं बीयर की बोतल पड़ी मिली। इस दौरान सुरेंद्र टाक, सुभाष बोहरा, जितेंद्र प्रजापत, लक्ष्मण परिहार व सामाजिक कार्यकर्ता जब्बार सहित कई अन्य लोग भी मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार इस अस्पताल में देर शाम शराब की पार्टियां होना नई बात नहीं है। इससे पहले भी गत वर्ष पाली सांसद पीपी चौधरी ने स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया था, उस दौरान भी जगह-जगह शराब की खाली बोतलें मिली थी, लेकिन किसी के भी खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई। यही वजह है कि अस्पताल में शराब पाटियां बदस्तूर जारी है।
मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा स्टाफ
अस्पताल के डॉक्टर तो मरीज की जिम्मेदारी लेते नहीं है और स्टाफ निरंकुश हो चुका है। मरीजों के रिश्तेदारों से उपचार के नाम पर रुपए लूट रहे हैं। रात को शराब पार्टियां की जा रही है, जबकि दूसरी तरफ मरीज तड़पते रहते हैं। यह बहुत ही शर्मनाक स्थिति है। शहर की जनता अपनी तकलीफ लेकर आते हैं और यहां उन्हें राहत देने वाले जिम्मेदार ही घोर लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई होने तक हम चुप नहीं बैठेंगे।
दोषियों पर कार्रवाई होगी
अस्पताल में शराब पीने वालों के बारे में पता लगाया जा रहा है। पुलिस को भी बुलवाया गया है, जिससे की ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सके।
अस्पताल के डॉक्टर तो मरीज की जिम्मेदारी लेते नहीं है और स्टाफ निरंकुश हो चुका है। मरीजों के रिश्तेदारों से उपचार के नाम पर रुपए लूट रहे हैं। रात को शराब पार्टियां की जा रही है, जबकि दूसरी तरफ मरीज तड़पते रहते हैं। यह बहुत ही शर्मनाक स्थिति है। शहर की जनता अपनी तकलीफ लेकर आते हैं और यहां उन्हें राहत देने वाले जिम्मेदार ही घोर लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई होने तक हम चुप नहीं बैठेंगे।