सुरक्षा के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील वाराणसी के छावनी क्षेत्र स्थित जेएचवी मॉल में बुधवार की दोपहर बाद नशे में धुत तीन युवकों ने अंधाधुंध फायरिंग की। घटना में पांडेयपुर के गोपी कन्नौजिया (25) और शिवपुर के सुनील (42) की हत्या कर दी। वारदात में गाय घाट का चंदन शर्मा (31) और बाबापुर गोराईं का विशाल सिंह (26) घायल हुआ है।
हमलावरों में एक काशी विद्यापीठ का छात्र और दो उसके दोस्त बताए गए हैं। वारदात की वजह हमलावर छात्र की प्रेमिका को कपड़ों और जूतों के शोरूम से नौकरी से हटाने और कपड़ा खरीदने में मनमाफिक छूट न देना बताई गई है। अंधाधुंध फायरिंग के बाद मॉल में मौजूद विदेशी सैलानियों और स्थानीय लोगों में भगदड़ मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मॉल में 16 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई है। मॉल को खाली कराकर सीसी कैमरे का डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर और मौके से मिली देसी पिस्टल को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पिस्टल लेकर तीनों युवक कैसे गए, इस बारे में मॉल के सिक्योरिटी अफसर और गार्ड्स से कैंट थाने में पूछताछ जारी थी।
दो पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग
चिह्नित हमलावर की गिरफ्तारी के लिए चंदौली के सकलडीहा थाना के समुदपुर स्थित उसके घर और विद्यापीठ के छात्रावासों के अलावा सिगरा क्षेत्र के प्राइवेट हॉस्टलों में पुलिस की पांच टीमों ने छापेमारी शुरू कर दी है। मॉल स्थित कपड़ों और जूतों के शोरूम में घुसे तीनों युवकों ने वहां के मैनेजर प्रशांत मिश्रा के बारे में पूछताछ की।
इसी बीच एक ने पिस्टल निकाल ली तो शोरूम में मौजूद हर्षित सहित अन्य ने शोर मचाया। इस पर अगल-बगल के शोरूम में काम करने वाले युवक निकल आए और पिस्टल निकालने वाले युवक को दबोच लिया। इस पर युवक के दो अन्य दोस्तों ने दो पिस्टल निकाल कर ताबड़तोड़ फायरिंग कर पूरी मैगजीन खाली कर दी और भाग निकले।
100 नंबर पर मिली सूचना के आधार पर पीआरवी पहुंची तो बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में गोपी और सुनील को मृत घोषित कर दिया। गोपी मॉल में काम करने वाला हेल्पर और सुनील एक शोरूम में कार्यरत टेलर बताया गया है। दोनों के सीने पर गोली मारी गई थी। वहीं, घायल चंदन शर्मा एक घड़ी शोरूम का मैनेजर और विशाल कपड़े के शोरूम का सेल्समैन है। चंदन को कमर के नीचे और विशाल की बाईं जांघ पर गोली लगी है।
दुश्मनी किसी और से जान गंवाई निर्दोषों ने
जेएचवी मॉल में अंधाधुंध फायरिंग में दो निर्दोषों की जान चली गई। मारे गए गोपी और सुनील का हमलावरों से किसी तरह का कोई विवाद नहीं था और वो अपना कामकाज कर रहे थे। गोपी और सुनील की हत्या को लेकर मॉल के शोरूमों में काम करने वाले कर्मचारी खासे दुखी दिखे।
पांडेयपुर निवासी गोपी मॉल के एक शोरूम में हेल्पर का काम करता था। तीन भाइयों में सबसे छोटा गोपी अविवाहित था। वहीं, शिवपुर निवासी सुनील एक शोरूम में टेलर का काम करता था। सुनील की शादी हो गई है और छोटे बच्चे हैं। बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे गोपी और सुनील के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों के परिजनों का कहना था कि आखिर गोपी और सुनील का क्या कसूर था। अब दोनों के परिवार का सहारा कौन बनेगा।