ज्ञान भंडार
प्रेमी ने किया शादी से इनकार, प्रेमिका ने कर दी सहेली के बेटे की हत्या
(झारखंड)।यहां के भंडरा थाना क्षेत्र के भीठा गांव में अंश (5) के हत्यारोपी महिला को पुलिस ने रविवार को अरेस्ट कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी महिला का अंश की मां की वजह से प्रेम संबंध टूट गया था। इसलिए उसने बदला लेने के लिए अंश की हत्या कर दी।4 दिनों तक हाथ-पैर बांधकर रखा…
-हत्यारोपी गंगा ने पुलिस को बताया कि अंश की मां सरोज देवी से बदला लेने के लिए उसने अंश का अपहरण किया और 4 दिन तक हाथ-पैर बांधकर रखा। फिर गला दबाकर हत्या कर दी।
-एसपी कार्तिक एस ने बताया कि 20 दिसंबर को भीठा गांव में शनि उरांव के घर से अंश कुमार का शव मिला था।
-धनबाद निवासी रंजीत कुमार सिंह का पुत्र अंश अपने नाना बुदू उरांव के घर में रहकर पढ़ाई करता था।
-धनबाद निवासी रंजीत कुमार सिंह का पुत्र अंश अपने नाना बुदू उरांव के घर में रहकर पढ़ाई करता था।
-12 दिसंबर को बच्चे के लापता होने के बाद बुदू ने भंडरा थाने में मामला दर्ज कराया था। पूछताछ में गंगा ने अपना जुर्म कबूल लिया।
-एसपी ने बताया कि आरोपी गंगा अंश की मां सरोज देवी के साथ दिल्ली में मेड का काम करती थी। गंगा गांव के ही एक युवक से प्रेम करती थी।
-उसके प्रेमी ने अंश की मां से गंगा के बारे में पूछा था तो सरोज ने कहा था कि गंगा का चरित्र ठीक नहीं है।
-गंगा का मानना है कि सरोज के कारण ही उसका प्रेम विवाह टूटा। इसके बाद वह सरोज से बदला लेने की फिराक में थी।
-गंगा 12 दिसंबर को गुलगुला खिलाने का प्रलोभन देकर भंडरा के यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल में नर्सरी कक्षा में पढ़ रहे अंश कुमार सिंह का अपहरण कर अपने घर ले गई।
– चार दिन तक हाथ-पैर बांधकर उसे गौशाला में पुआल के ढेर में छिपाकर रखा और खाना खिलाया। 18 दिसंबर को मौका पाकर उसने गला दबाकर बच्चे की हत्या कर दी।
-उसके प्रेमी ने अंश की मां से गंगा के बारे में पूछा था तो सरोज ने कहा था कि गंगा का चरित्र ठीक नहीं है।
-गंगा का मानना है कि सरोज के कारण ही उसका प्रेम विवाह टूटा। इसके बाद वह सरोज से बदला लेने की फिराक में थी।
-गंगा 12 दिसंबर को गुलगुला खिलाने का प्रलोभन देकर भंडरा के यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल में नर्सरी कक्षा में पढ़ रहे अंश कुमार सिंह का अपहरण कर अपने घर ले गई।
– चार दिन तक हाथ-पैर बांधकर उसे गौशाला में पुआल के ढेर में छिपाकर रखा और खाना खिलाया। 18 दिसंबर को मौका पाकर उसने गला दबाकर बच्चे की हत्या कर दी।
-साक्ष्य छुपाने के लिए मृतक के चचेरा नाना शनि उरांव के पुराने मकान में ले जाकर शव को घर के एक कोने में फेंक दिया।