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प्रेमी से बोली, जब गोली मारो तो मुझे आवाज आनी चाहिए, फोन पर सुनती रही पिता की चीखें

वंदना उर्फ लाडो (19) के जेहन में पिता के प्रति कूट-कूट कर नफरत भरी थी। वो अपने प्रेमी को पाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार थी।
प्रेमी राम किशोर को वंदना ने साफ कहा था कि जब वह उसके पिता पर गोली चलाए तो आवाज उसे सुनाई देनी चाहिए, इसलिए आरोपी राम किशोर ने उस दिन गोली मारने से पहले वंदना को फोन लाइन पर ले रखा था।
जब गोली प्रमोद को नहीं लगी तो प्रेमी ने उसे फावड़े के डंडे से मौत की नींद सुला दिया। इससे पहले वह पिता की चीखें सुनती रही। फिर कहा कि, तब वंदना ने यहां तक कहा कि ये पुष्टि करो कि उसका पिता मरा या नहीं।
नौकर राम किशोर पहले दिन से पुलिस के रडार पर था। जब उसकी कॉल डिटेल निकाली तो सामने आया कि घटना के समय वे एक-दूसरे के संपर्क में थे। पुलिस ने जब प्रेमी रामकिशोर और वंदना का आमना-सामना कराया तो पूरे हत्याकांड की परत दर परत खुलती गई।