अन्तर्राष्ट्रीय
प्रेम और दान की कमी बढ़ाती है खुदगर्जी : पोप
वेटिकन सिटी (एजेंसी)। पोप फ्रांसिस ने बुधवार को सेंट पीटर्स चौराहे पर अपने आम संबोधन में कहा कि प्रेम और दान की कमी से उत्पन्न ‘रिक्ति’ में खुदगर्जी भरी होती है। करीब 46००० तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए पोप ने कहा ‘‘जहां प्रेम नहीं है वहां एक रिक्ति पैदा हो जाती है जिसमें खुदगर्जी भरी होती है।’’ उन्होंने कहा ‘‘यदि हर कोई अपने लिए ही निकलता रहे तो हम शांति के साथ कतई नहीं रह सकते।’’ फ्रांसिस ने कहा कि लोग अक्सर अत्यंत लालची होते हैं दूसरों से भिन्न होने का दिखावा करते हैंं खराब तेवर दिखाते हैंं खुदगर्ज और दूसरों के प्रति एकजुटता से रहित होते हैं। पोप ने कहा ‘‘यह कैथोलिक चर्च को आगे बढ़ने से रोकता है। चर्च की एकता का मतलब होता है दुखों का साझा और अपने भाइयों के साथ आनंद मनाना।’’