स्वास्थ्य
प्लास्टिक सर्जरी से कैंसर के घाव भरना आसान
किसी दुर्घटना के बाद हाथ-पैर ठीक से काम न करें तो जल्द से जल्द किसी प्लास्टिक सर्जन की सलाह लेनी चाहिए। केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जन डॉ. एके सिंह ने शनिवार को प्लास्टिक सर्जरी डे पर आईएमए भवन में हुए कार्यक्रम में बताया कि प्लास्टिक सर्जरी का प्रयोग सिर्फ सुंदर बनाने के लिए ही नहीं किया जाता है। डॉ. विजय ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत कैंसर मरीजों के घाव भरने, हाथ-पैर की नसों को सही करने और ट्रॉमा के मरीजों का इलाज करने में भी पड़ती है।
पीजीआई के न्यूरो सर्जन डॉ. अंकुर भटनागर ने अक्सर शरीर के किसी भी हिस्से में नस की समस्या होने पर लोग न्यूरो सर्जन के पास जाते हैं, जबकि सिर और स्पाइनल कार्ड के अलावा सभी नसों का इलाज प्लास्टिक सर्जरी से होता है।
केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जन डॉ. बृजेश मिश्रा ने बताया कि कैंसर के इलाज में भी प्लास्टिक सर्जरी का अहम रोल है। अक्सर कैंसर वाला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाता है। उपचार के बाद घाव तो ठीक हो जाता है, लेकिन घाव भरने के लिए प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
सिप्स के प्लास्टिक सर्जन डॉ. आरके मिश्रा ने कहा कि लोगों में जागरूकता की कमी के कारण बर्न के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। प्रदेशभर में बर्न के हर साल तीन लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। जलने के बाद त्वचा सही करने में प्लास्टिक सर्जरी की अहम भूमिका होती है। उन्होंने बताया कि शरीर के किसी भी हिस्से के झुलसने पर सबसे पहले उस जगह से कपड़े को हटाकर कुछ देर पानी से धुलना चाहिए, ताकि घाव अधिक गहराई तक न पहुंचे