पुलिस ही नहीं अब आप भी कर सकते है वीमेन पावर लाइन में नौकरी
वीमेन पावर लाइन 1090 में बहुत जल्द छात्र-छात्राएं भी पीड़िताओं की कॉल सुन सकेंगी। अभी तक सिर्फ महिला व पुरुष पुलिसकर्मी ही प्रदेशभर से आने वाली पीड़िताओं की कॉल रिसीव कर सकते थे।
आईजी नवनीत सिकेरा ने बताया कि वीमेन पावर लाइन की क्षमता बढ़ाने के लिए कार्यालय का विस्तार कर दिया गया है। नए चैंबर बनकर तैयार हैं, जिनमें 52 नए कंप्यूटर लगाए जा रहे हैं। टेलीफोन लाइनें भी बढ़ाई जा रही है।
अगले महीने से नए कंप्यूटर और लाइनें काम करना शुरू कर देंगी। इसके लिए 200 टेली कॉलर्स की जरूरत है। चूंकि, पुलिस महकमे में स्टाफ की पहले से ही कमी है इसलिए टेली कॉलर्स को आउटसोर्स किया जाएगा।
यह टेलीकॉलर्स यूनिवर्सिटी या डिग्री कॉलेजों के छात्र-छात्राएं और बेरोजगार युवक-युवतियां हो सकती हैं। सिकेरा ने कहा कि वीमेन पावर लाइन ने छात्र-छात्राओं और बेरोजगार युवक-युवतियों को जोड़कर महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाया है।
छात्र-छात्राओं के जुड़ने से बढ़ेगी विश्वसनीयता
आईजी ने कहा कि वीमेन पावर लाइन में छात्र-छात्राओं और बेरोजगार व जरूरतमंद युवक-युवतियों के टेली कॉलर बनने से विश्वसनीयता बढ़ेगी।
उन्होंने बताया कि 20 लड़कियां पहले ही काम कर रही हैं और यहां के पारदर्शी और निष्पक्ष तौर-तरीकों को महसूस कर रही हैं। ज्यादा संख्या होने पर समाज में वीमेन पावर लाइन की विश्वसनीयता का संदेश जाएगा।
टेली कॉलर्स की आउटसोर्सिंग से ठगों के रास्ते भी खुलेंगे। आईजी सिकेरा ने कहा कि कुछ शातिर भर्ती का ठेका शुरू कर देंगे।
इससे निपटने के लिए फार्म और इंटरव्यू की प्रक्रिया रखी गई है, जो अभ्यर्थी ऑफिस आकर फार्म भरेंगे उन्हें ही नौकरी मिलेगी। यूपीडेस्को उन्हीं अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लेगा, जिनके फार्म यहां से फारवर्ड होंगे।