प.दीनदयाल के विचार प्रासंगिक, उन्हें आत्मसात करने की जरूरत -सत्यदेव सिंह
अन्त्योदय मेले के दूसरे दिन विज्ञान व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम
गोण्डा। पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती वर्ष के उपलक्ष्य में नगर के शहीदे आजम सरदार भगत सिंह टामसन इन्टर कालेज में चल रहे तीन दिवसीय जनपद स्तरीय पन्डित दीन अन्त्योदय मेला एवं प्रदर्शनी का दूसरा दिन विज्ञान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम रहा। दूसरे दिन मेले का शुभारम्भ पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि किया। पूर्व सांसद ने अपने सम्बोधन की शुरूआत पण्डित दीनदयाल के विचारों से की। उन्होंने कहा कि पण्डितजी का सपना, लक्ष्य अन्त्योेदय, प्रण अन्त्योदय तथा पंथ अन्त्योदय रहा और उन्होंने अपनी पूरी उच्च शिक्षा, पूरा जीवन समाज के दबे कुचले एवं अन्तिम पंक्ति के व्यक्ति के उत्थान में लगा दिया। वे एक महान चिन्तक और तपस्वी थे। आज के दौर में पण्डितजी के विचार प्रासंगिक हैं और उन्हें आत्मसात करने की जरूरत है।
डीएम जेबी सिंह ने अपने उद्बोधन में मेले में उपस्थित छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, अध्यापकों तथा उपस्थित जनसामान्य से अपील करते हुए कहा कि वे सब स्वयं भी स्वच्छता अपनाएं तथा अपने आसपास गन्दगी न फैलाएं तथा दूसरों को भी गन्दगी फैलाने से रोकें। विज्ञान क्लब द्वारा आयोजित विज्ञान महोत्सव की प्रशंसा करते हुए उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहन दिया और कहा कि गोण्डा में प्रतिभा की कमी नहीं है, जरूरत सिर्फ मेहनत और लगन की है। विशिष्ट अतिथि सांसद कैसरगंज प्रतिनिधि संजीव सिंह ने कहा कि देवीपाटन मण्डल का बहुत की गौरवशाली इतिहास रहा है। देश के चार महान चिन्तकों महात्मा गांधी, डा0 राम मनोहर लोहिया, डा0 भीमराव अम्बेडकर तथा पण्डित दीनदयाल उपाध्याय ने देश की दशा और दिशा बदलने वाले विचार दिए। आज भारत विश्व में महाशक्ति के रूप में प्रतिष्ठित हो रहा है जिसमें दीन दयाल जी के विचारों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होने कहा कि आने वाले समय में गोण्डा में विकास होकर रहेगा। उन्होने यह भी घोषणा की इस बार जिले में गोण्डा महोत्सव ऐतिहासिक होगा। उन्होने पन्डित दीन दयाल उपाध्याय के विचारों पर प्रकाश डालते हुए, उनके द्वारा बताए गए रास्तों पर चलने का आहवान किया।
सीडीओ दिव्या मित्तल ने अपने महत्वपूर्ण सम्बोधन में कहा कि गोण्डा में प्रतिभाएं भरी हुईं हैं। परन्तु प्रतिभाओं को सही प्लेटफार्म की जरूरत है। उन्होने विज्ञान क्लब द्वारा आयोजित प्रोग्राम में आए छात्र-छात्राआंे का आहवान करते हुए कहा कि वे सब मन से कभी हार न मानें और सीमित संसाधनों के बीच भी अपने हुनर का लोहा मनवाएं और ऐसी नजीर पेश करें कि लोग गोण्डा से सीखने पर मजबूर हो जाएं। सीडीओ ने मुख्य अतिथि, अन्य विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दौरान फुलवारी स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा सरस्वी वन्दना, स्वागत गीत तथा देश भक्ति के गीत जय हो की लजवाब प्रस्तुति कर शमां बांध दिया। बच्चों द्वारा मोहक प्रस्तुति के लिए विज्ञान क्लब के संयुक्त निदेशक द्वारा पांच हजार रूपए तथा संांसद प्रतिनिधि द्वारा संजीव सिंह ने ढाई हजार रूपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं सरयू कन्या पाठशाला की बच्चियों द्वारा भी नृत्य प्रस्तुत किया गया।
मेले में गन्ना विभाग, कृषि विभाग, पंचायतीराज विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, दुग्ध विभाग, पशुपालन विभाग, श्रम विभाग, परिवहन विभाग, समाज कल्याण विभाग, वन विभाग, कौशल विकास विभाग, कार्यक्रम विभाग, दीन दयाल शोध संस्थान, कृषि विभान केन्द्र गोपालग्राम, खादी ग्रामोद्योग विभाग, प्रदर्शनी सूचना विभाग, जिला विज्ञान क्लब द्वारा विशाल प्रदर्शनी तथा पुलिस विभाग सहित अन्य तमाम विभागों द्वारा स्टाल लगाकर लोगों को जानकारी दी गई। सूचना विभाग द्वारा पण्डित दीन दयाल उपाध्याय के जीवन से सम्बन्धित एवं उनके विचारों की विशाल प्रदर्शनी लगाई गई। अन्त्योदय मेले में जिला विज्ञान क्लब द्वारा जल संचयन एवं स्वच्छता विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गइ जिसमें जिले के तमाम इन्टर कालेज के छात्रों ने प्रतिभाग किया ओर मंच पर अपने विचार रखे।