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फटाफट क्रिकेट में दम तोड़ते सीनियर क्रिकेटर

गौती, युवी और भज्जी के लिए अंतिम साबित हो सकता मौजूदा सीजन
लखनऊ : इंडियन प्रीमियर लीग को शुरू हुए एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है। फटाफट क्रिकेट की इस जंग में कुछ टीमें एक बार फिर अपनी काबिलियत के दम पर खिताब जीतने का हौंसला दिखा रही है। टूर्नामेंट के शुरुआती दौर में कई बड़े उलटफेर देखने को मिल रहे हैं। कुछ टीमों में बड़े नाम होने के बावजूद उम्मीद के मुताबिक अब तक कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी है। वहीं टूर्नामेंट में एक बार फिर भारतीय खिलाडिय़ों की धमक देखने को मिल रही है।
माही का दमदार खेल दुनिया के कई बड़े गेंदबाजों पर कहर बनकर टूटा है जबकि विराट हो रोहित भी अपने बल्ले से तूफानी खेल दिखा रहे हैं लेकिन अपनी टीम को जीत की राह दिखाने में नाकाम साबित हुए है जबकि युवराज सिंह और गौतम गम्भीर के लिए आईपीएल का मौजूदा सीजन बुरा सपना साबित हो रहा है। दोनों खिलाडिय़ों के इस प्रदर्शन की वजह से संन्यास की आहठ तेज हो गई है ।
दूसरी ओर विदेशी खिलाड़ी खासकर गेल का खेल एक बार फिर बेजोड़ साबित हुआ है। शेन वॉॅटसन ने भी अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनावाया है। जहां तक गेंदबाजों की बात है तो अफगान खिलाड़ी राशिद खान की घूमती हुई गेंदों का जवाब किसी बल्लेबाजों के पास नहीं है। आईपीएल में यूपी के कई खिलाड़ी अपने करिश्मायी खेल से दुनिया जीतने का हौंसला दिखा रहे हैं। अंकित राजपूर की गेंदों में धार के साथ स्विंग का भी शानदार मिश्रण देखने को मिल रहा है जबकि टी-20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाज सुरेश रैना एक बार फिर अपने बल्ले की हनक दिखाकर इस छोटे फॉर्मेट साबित किया है कि उनके जैसा बल्लेबाज जिस दिन चलता है तो उस दिन गेंदबाजों की खैर नहीं है।
आईपीएल को युवा खिलाडिय़ों का खेल कहा जाता है। यहां पर कोई भी 30 प्लस का खिलाड़ी इसलिए नहीं चल पाता है क्योंकि फटाफट क्रिकेट में केवल फुर्तीले खिलाड़ी चल पाते हैं। इसका ताजा उदाहरण गौती और युवी का देखने को मिल रहा है। दोनों ही खिलाडिय़ों के लिए यह आईपीएल आखिरी साबित हो सकता है। इसके साथ ही दोनों ही खिलाडिय़ों का क्रिकेट करियर अब खात्मे की ओर बढ़ गया है। जानकार मानते हैं कि दोनों ही इसी साल क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। बात अगर गौतम गम्भीर की जाये तो उनके लिए मौजूदा आईपीएल के उनके करियर के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हुआ है। आईपीएल के मौजूदा सीजन में वह केकेआर से बेदखल करने के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें अपने पाले में लिया था लेकिन दिल्ली डेयरडेविल्स को भी ये उम्मीद नहीं हो गई कि गौती उनकी टीम के लिए कमजोर कड़ी साबित हो गए। अपने कैरियर के ढ़लान पर हैं पहुंच चुके गौतम गम्भीर पिछले कई महीनों से राष्ट्रीय टीम से बाहर हो चुके हैं। बतौर पेशेवर क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में गौतम गम्भीर जब भारतीय टीम से बाहर हुए थे तो उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी छाप छोडऩे की पूरी कोशिश की थी। इतना ही नहीं उनका टीम में मौका भी मिला लेकिन उन्होंने उसका फायदा नहीं उठा सके।
आईपीएल 2018 में गौतम गम्भीर को कोलकाता ने अपनी टीम में नहीं रखा तो इस आईपीएल में वह अपनी पुरानी टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेल रहे हैं। इतना ही नहीं वह इस टीम कप्तानी भी कर रहे थे लेकिन उनके लिए इस बार दिल्ली की टीम रास नहीं आ रही है। आलम तो यह रहा कि दिल्ली की टीम उनकी कप्तानी में टीम 6 में से 5 मैच हार गई थी, जिसके बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी। इस दौरान जहां वह कप्तानी में नाकाम साबित हुए वहीं वह बतौर बल्लेबाज भी पूरी तरह से फ्लॉप रहे हैं। इसके बाद उन्होंने बाहर बैठने का फैसला कर लिया। गौती ने 6 मैचों में उन्होंने 17 रन प्रति मैच की औसत से कुल 85 रन बनाए। आईपीएल में गौती ने अपने प्रदर्शन के बारे में कहा है कि वह सत्र के बाद वह अपने करियर पर कोई फैसला कर सकते हैं।
टीम इंडिया के एक और बल्लेबाज युवराज सिंह के लिए मौजूदा आईपीएल उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। बतौर बल्लेबाज उनका कद लगातार गिर रहा है। किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें 2 करोड़ रुपये की भारी भरकम रकम में खरीदा है लेकिन अभी तक उनका खेल इस रकम को जस्टीफाई नहीं कर सके हैं। उनका खामोश बल्ला अश्विन जैसे कप्तान को भी परेशानी डाल रहा है। नतीजा यह रहा कि उन्हें कुछ मैचों से बाहर भी बैठा दिया गया। अबतक के छह मैचों में उन्होंने कुल 50 रन बनाए हैं। यानी हर मैच में औसतन करीब 12 रन। एक मैच में गेंदबाजी करने का मौका मिला तो उन्होंने 23 रन लुटा दिए और विकेट भी नहीं ले सके। युवराज ने हाल में अपने संन्यास को लेकर एक बयान भी दिया था। उन्होंने संकेत दिया है कि अगले साल तक वह क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। उनका इशारा साफ है कि वह अगले साल का विश्व कप खेलना चाहते हैं लेकिन उनकी खराब फिटनेस और फॉर्म सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो सकती है। इतना ही नहीं अब आईपीएल में भी उनका करियर सवालों के घेरे में है। वहीं स्पिन के जादूगर कहे जाने वाले हरभजन सिंह भी आउट ऑफ फॉर्म है। चेन्नई की तरफ से उनका प्रदर्शन अब तक कोई खास नहीं रहा है। भज्जी भी टीम इंडिया में वापसी का ख्वाब देख रहे हैं लेकिन उनका मौजूदा प्रदर्शन उनके संन्यास की खबर को मजबूत कर रहा है। हरभजन सिंह 38 साल के होनेवाले हैं ऐसे में उनकी बढ़ती उम्र उनके खेल पर हावी हो रही है। हरभजन को चेन्नै सुपर किंग्स ने खरीदा है। अबतक 5 मैचों में वह सिर्फ 3 विकेट ले पाए हैं जिसमें उनका इकॉनमी रेट लगभग 9 रन प्रति ओवर है। कुल मिलाकर मौजूदा आईपीएल कुछ खिलाडिय़ों के लिए अंतिम साबित हो सकता है। इतना ही नहीं गौती, युवी और भज्जी जैसे क्रिकेटरों का करियर अब शायद समाप्त होता नजर आ रहा है।

  • सैय्यद मोहम्मद अब्बास

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