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फाइनेंसर किशोर भजियावाला की बढ़ी मुश्किलें, अरबों की संपत्ति की गई अटैच

नई दिल्‍ली। गुजरात के फाइनेंसर किशोर भजियावाला की मुश्किलें बढ़ गई हैं। खबर आ रही है कि प्रवर्तन निदेशालय ने भजियावाला की अरबों की संपत्ति अटैच कर दिया है। निदेशालय ने यह कार्रवाई पीएमएलए के तहत की गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने संपत्ति की कीमत का खुलासा करते हुए बताया कि पूरी संपत्ति की कीमत 1,02,16000 की है। ईडी ने इसी साल जनवरी में किशोर को गिरफ्तार किया था।

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भजियावाला की अरबों की संपत्ति पर है ईडी की नजर

सूरत के चाय बेचने वाले करोड़पति फायनेंसर किशोर भजियावाला की 1,02,16000 की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अटैच की है। ईडी ने काले धन से जुड़े मामले में किशोर भजियावाला को पिछले माह गिरफ्तार किया था।  तभी से लगातार उससे पूछताछ की जा रही है।

ईडी ने रिमांड पर की पूछताछ

किशोर भजियावाला को ईडी ने रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ की है। चाय बेचने वाले करोड़पति फायनेंसर किशोर का खजाना देखकर आयकर विभाग और ईडी के अधिकारी भी हैरान रह गए थे। जांच के दौरान उसकी कई संपत्तियों का खुलासा हुआ है।

अरबों की संपत्ति का चला पता

जांच एजेंसियों ने भजियावाला के काले खजाने के खिलाफ कई दिनों तक की गई कार्रवाई में अरबों रुपयों की संपत्ति का खुलासा किया था। टीम को भजियावाला के घर और लॉकर्स में एक करोड़ दो लाख रुपये की नई करेंसी, कई किलो सोना-चांदी, किलो के हिसाब से हीरे जड़ित जेवरात समेत अरबों रुपयों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद हुए थे।

ब्‍याज पर पैसे देने की बात आई सामने

सूत्रों की मानें तो आयकर विभाग को भजियावाला के ठिकानों से जांच के दौरान ब्याज पर पैसे देने और अन्य वसूली आदि से जुड़े दस्तावेज भी मिले थे। दस्तावेजों के मुताबिक, करोड़ों रुपयों को ब्याज पर देने और रुपयों की वसूली की बात सामने आई थी।

नोटबंदी के बाद ठिकानों पर दी गई दबिश

नोटबंदी के बाद जब आयकर विभाग ने किशोर के ठिकानों पर दबिश दी तब जाकर करोड़पति किशोर भजियावाला के गोरखधंधों का पर्दाफाश हो सका। भजियावाला के पीपल्स, BOB और HDFC समेत कुल 30 खाते सामने आए थे। 8 नवम्बर के बाद इन सभी खातों में राशि जमा की गई थी।

जारी रहेगी जांच

किशोर के अन्य खातों और लॉकरों में भी लाखों रुपयों समेत बेशकीमती जेवरात जमा किए गए। जांच में पता चला है कि अधिकांश राशि चेक के जरिए एक बैंक से दूसरे बैंक खातों में भेजी गई। इस मामले में ईडी ने बैंक अधिकारियों की मिलीभगत की भी संभावनाएं जताई थी। फिलहाल आयकर विभाग और ईडी किशोर के दूसरे ठिकानों पर भी छापेमारी कर मामले की जांच में जुटा है।

 

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