जीवनशैली
फिगर मेंटेन करने के लिए करें बस ये 5 आसान योगासन

स्कूल, दफ्तर या घर के काम की वजह से जिम जाकर एक्सरसाइज करना यहां तक कि पार्क में जाकर टहलना तक कई बार मुमकिन नहीं हो पाता। वहीं, बदलती लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की वजह से हमारा वजन भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। लेकिन अगर वक्त की कमी के बावजूद आप हेल्दी तरीके से अपने बेडौल शरीर को शेप में लाना चाहते हैं बस ये पांच आसान योगासनों का अभ्यास जरूर करें…

इस आसन का अभ्यास टांगों को मजबूत बनाता है और हिप्स में उभार लाता है। इस आसन से भुजाएं भी सुडौल होती हैं और शरीर तनाव से मुक्त होता है। इसे गर्भवती महिलाएं और गंभीर बीमारी से पीड़ित न करें।
उत्कटासन
उत्कटासन में खुद को एक कुर्सी की तरह खड़ा करना होता है। इस आसन से जंघाओं और शरीर के पिछले हिस्से में मजबूती और खूबसूरती आती है। जिनके घुटनों में दर्द या ब्लड प्रेसर की बीमारी हो उसे यह आसन नहीं करना चाहिए।
उत्कटासन में खुद को एक कुर्सी की तरह खड़ा करना होता है। इस आसन से जंघाओं और शरीर के पिछले हिस्से में मजबूती और खूबसूरती आती है। जिनके घुटनों में दर्द या ब्लड प्रेसर की बीमारी हो उसे यह आसन नहीं करना चाहिए।
नौकासन
इस आसन में कुछ सेकेंड के लिए खुद को नाव के आकार का बनाना होता है। यह आसन पूरे शरीर के लिए लाभकारी है। खासकर पेट, हिप्स और पैर इससे सुडौल होते हैं। गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारी से पीड़ित को यह आसन नहीं करना चाहिए।
इस आसन में कुछ सेकेंड के लिए खुद को नाव के आकार का बनाना होता है। यह आसन पूरे शरीर के लिए लाभकारी है। खासकर पेट, हिप्स और पैर इससे सुडौल होते हैं। गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारी से पीड़ित को यह आसन नहीं करना चाहिए।
बद्ध कोणासन
यह शरीर के निचले हिस्से को में तनाव लाता है जिससे जंघाओं और हिप्स का आकार सुडौल होने के साथ मजबूत भी होता है। घुटनों संबंधी परेशानी से ग्रस्त शख्स को यह आसन नहीं करना चाहिए।
यह शरीर के निचले हिस्से को में तनाव लाता है जिससे जंघाओं और हिप्स का आकार सुडौल होने के साथ मजबूत भी होता है। घुटनों संबंधी परेशानी से ग्रस्त शख्स को यह आसन नहीं करना चाहिए।
शलभासन
पूरे शरीर के पिछले हिस्से को सुडौल बनाने के लिए यह आसन बहुत ही उपयोगी और आसान है। इससे सांस लेने तकलीफ भी दूर होती है। जिसके गर्दन या सिर में दर्द हो इस आसन को करने से बचना चाहिए।
पूरे शरीर के पिछले हिस्से को सुडौल बनाने के लिए यह आसन बहुत ही उपयोगी और आसान है। इससे सांस लेने तकलीफ भी दूर होती है। जिसके गर्दन या सिर में दर्द हो इस आसन को करने से बचना चाहिए।
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