फिटनेस डीवीडी देखकर व्यायाम करना हो सकता है नुकसानदेह
न्यूयार्क: व्यसतता के चलते लोगों के पास जिम जाने और व्यायाम करने का टाइम नहीं होता। ऐसे में वह या तो जिम जाना ही छोड़ देते हैं या फिर घर में एक कोने में अपना जिम खोल लेते हैं। ऐसा ख़ासतौर से महिलाओं के साथ देखा जाता है। घर से बाहर न जाने का टाइम उन्हें घर में ही टीवी के सामने बैठकर एक्सरसाइज़ करने के लिए उकसाता है। बाज़ार से योग या कोई भी एक्सरसाइज़ की सीडी-डीवीडी लाकर, काम से निपट कर उनका जिम घर में ही खुल जाता है।
लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी है, आपका ऐसे टीवी के सामने बैठकर एक्सरसाइज करना नुकसानदेह हो सकता है। हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि फिटनेस डीवीडी देखते हुए घर में व्यायाम करने से काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। ऑरिगन स्टेट यूनिवर्सिटी में किनेसियोलॉजी के प्रोफेसर ब्राड कार्डिनल ने कहा, “इस शोध के परिणामों से पता चला है कि इस तरह के वीडियो से व्यक्ति की सोच नकारात्मक दिशा की ओर मुड़ सकती है और उनके प्रेरणा स्तर पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।”
फिटनेस के लिए मिलने वाली डीवीडी के अध्ययन से यह भी सामने आया है कि इसमें इस्तेमाल होने वाली निराशाजनक भाषा से व्यायाम करने वालों पर गलत असर पड़ सकता है। इसके साथ ही ऐसा वीडियो देखने वाले व्यक्ति की आशा और क्षमता पर पड़ने वाला नकारात्मक प्रभाव मनोवैज्ञानिक क्षति का कारण बन सकता है।
इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने व्यायाम का प्रशिक्षण देने वाले 10 लोकप्रिय डीवीडी की समीक्षा की। इस तरह के डीवीडी में इस्तेमाल होने वाली भाषा और वीडियो का मूल्यांकन किया गया। इस शोध का लक्ष्य इस तरह के डीवीडी में दिए जाने वाले संदेशों और वीडियो को बेहतर तरीके से समझना और उपयोगकर्ताओं पर इनके प्रभाव का आकलन करना था।
कार्डिनल के अनुसार, इन फिटनेस डीवीडी का 25 करोड़ डॉलर का व्यवसाय है, लेकिन इनकी सुरक्षा से संबंधित कोई भी वैज्ञानिक सबूत नहीं है। इस शोध के परिणामों के बाद सभी उपभोक्ताओं से आग्रह किया गया कि वह इस तरह के डीवीडी को खरीदते समय या इनका इस्तेमाल करते समय इससे पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव के प्रति जागरूक रहें।
इस शोध के परिणाम ‘सोशियालॉजी ऑफ स्पोर्ट जरनल’ में प्रकाशित होने वाले हैं।