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फिर मना अखिलेश का जन्मदिन, वजह सुनकर आप भी हंसेंगे

akhilesh-yadav-s-birthday-562aa24623f77_exlstदस्तक टाइम्स/एजेंसी- नई दिल्ली: चार माह में दो बार सपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जन्मदिन का केक काट लिया। अखिलेश यादव का जन्म दिन एक जुलाई को है, तब भी बाकायदा केक काटा गया और सपा कार्यकर्ताओं ने पौधारोपण कर सीएम के दीर्घायु होने की कामना की थी। शुक्रवार को फीरोजाबाद में फिर से सपा कार्यकर्ताओं ने उसी उत्साह के साथ सीएम का 42 वां जन्मदिवस मनाया।

शुक्रवार सुबह सपा कार्यालय पर काफी चहल पहल थी, मीडियाकर्मियों ने सपा कार्यकर्ताओं से पूछा तो बताया गया कि आज प्रदेश के मुखिया का जन्मदिन है। अंदर कार्यालय में केक काटा जा रहा था, अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे।

एक जुलाई को भी पूरे प्रदेश में जोर-शोर अखिलेश यादव का जन्म दिन मनाया गया था। फीरोजाबाद में सपा कार्यालय पर जिलाध्यक्ष डॉ. दिलीप यादव ने केक काटा था। टूंडला, शिकोहाबाद, जसराना में भी आयोजन हुए थे। शुक्रवार को फिर उसी तरह से जन्म दिन मनाया गया। इसमें जिलाध्यक्ष डॉ. दिलीप यादव समेत जिला इकाई के पदाधिकारियों के साथ प्रमुख सपा नेता शामिल हुए। इस कार्यक्रम की प्रैस विज्ञप्ति भी जारी की गई।

 
 हालांकि सपा के एक पदाधिकारी ने अनौपचारिक बातचीत में बताया कि शैक्षिक अभिलेखों में अखिलेश यादव का जन्म दिन एक जुलाई है, वास्तव में उनका जन्म दिन 23 अक्तूबर है। इस प्रकरण ने लालू यादव के बेटों के जन्मदिन प्रकरण की याद दिला दी। अभिलेखों के हिसाब उनके छोटे बेटे की उम्र बड़े बेटे से अधिक है। यह मामला बिहार चुनाव में नामांकन के दौरान सामने आया और सुर्खियों में रहा था।

सीएम के बर्थडे की दुविधा केवल अखबारों और सपा कार्यालयों तक नहीं रही, बल्कि सुबह से ही इसकी धूम सोशल मीडिया पर भी दिखी। व्हाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक पर संदेशों की भरमार थी। माना रहा है कि शुरूआत सोशल मीडिया से हुई और इसके बाद बधाई संदेश देने वालों में होड़ लग गई। जिला इकाई ने भी आनन फानन में कार्यक्रम आयोजित कर लिया। ये भी भूल गए कि चार माह पहले ही उनके जन्म दिन का केक काटा था।

‘एक जुलाई को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जन्मदिन सपा प्रदेश कार्यालय के निर्देशन में मनाया गया था। वहीं 23 अक्तूबर को फेसबुक और व्हाट्सएप पर चल रहे बधाई संदेशों को देखकर जन्मदिवस मनाया गया। सोशल मीडिया पर जन्मतिथि और दस्तावेजों में जन्मतिथि भिन्न होने के कारण असमंजस रहा।’
– डॉ. दिलीप यादव, सपा जिलाध्यक्ष, फीरोजाबाद

 

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