फिल्म पद्मावती का ABKM ने किया विरोध, कहा- दीपिका को जिंदा जलाने वाले को देंगे 1 करोड़
बरेली. फिल्म पद्मावती के विरोध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा (ABKM) ने रविवार को बरेली में फिल्म की हीरोइन दीपिका पादुकोण और निर्देशक संजय लीला भंसाली के पुतलों का दहन किया। इसके बाद दीपिका का जौहर करने (जिन्दा अग्निकुंड में जलाना) वाले को एक करोड़ का इनाम देने की घोषणा की।
आगे पढ़िए क्या कहते हैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष…
-बरेली के दामोदर पार्क में मीडिया से बात करते हुए क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. भुवनेश्वर सिंह ने कहा, ”कॉकटेल फिल्म की लाइफ जीने वाली (दीपिका) क्या जानेगी कि एक रानी की मान-मर्यादा क्या होती है।”
-”हमारी मांग है कि फिल्म रिलीज होने से पहले संगठन के उच्च पदाधिकारियों को दिखाई जाए। खिलजी के साथ फिल्माए सीन का संगठन विरोध कर रहा है।”
-”दीपिका पादुकोण को जिंदा जलाने वाले को महासभा की ओर से एक करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा। दीपिका को अहसास कराया जाएगा कि अग्नि में दहन होना कैसा लगता है। जैसे हमारी माता दी हुई थीं।”
150 पुतलों का किया गया दहन
-रविवार की सुबह करीब 11 बजे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के सैकड़ों पदाधिकारी दामोदर पार्क में एकत्र हुए। यहां सभा को संबोधित करते हुए पदाधिकारियों ने कहा, पूरे देश में फिल्म पद्मावती को लेकर क्षत्रिय समाज में बड़े पैमाने पर आक्रोश व्याप्त है। जगह-जगह क्षत्रिय समाज के कई संगठन फिल्म पद्मावती का विरोध कर रहे हैं।
-संजय लीला भंसाली द्वारा काल्पनिक पात्रों द्वारा रानी पद्मावती इतिहास को नकारात्मक रुप से पर्दे पर प्रस्तुत करने के साथ-साथ रानी पद्मावती की ऐतिहासिक छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है। इसी को लेकर महासभा ने फिल्म की हीरोइन और डायरेक्टर का पुतला फूंका है।
फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद क्यों है?
– बता दें, दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह स्टारर पद्मावती 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विरोध के चलते डेट बढ़ा दी गई है। डायरेक्टर संजय लीला भंसाली हैं। फिल्म का राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठन विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि इतिहास से छेड़छाड़ कर फिल्म बनाई जा रही है।
– राजपूत करणी सेना का मानना है कि इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच ड्रीम सीक्वेंस फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। लिहाजा, फिल्म को रिलीज से पहले राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाना चाहिए।
– हालांकि, भंसाली साफ कर चुके हैं कि ड्रीम सीक्वेंस फिल्म में है ही नहीं।